न्यूज़ डेस्क: चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ने 16 अक्तूबर को अपना 20वां अधिवेशन करने का प्रस्ताव किया है। इसमें राष्ट्रपति शी जिनपिंग के तीसरे कार्यकाल को मंजूरी दिये जाने की उम्मीद है। चीन में राष्ट्रपति शी जिनपिंग अब देश के संस्थापक नेता माओ त्से तुंग की राह पर आगे बढ़ते दिखाई दे रहे हैं।
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) के राजनीतिक ब्यूरो की मंगलवार को हुई एक बैठक में यह फैसला किया गया है कि पार्टी के पदाधिकारियों की भागीदारी वाला इसका एक पूर्ण सत्र नौ अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा। उसमें यह प्रस्ताव रखा जाएगा कि 20वां अधिवेशन बीजिंग में 16 अक्टूबर को आयोजित किया जाएगा।
जिनपिंग की अध्यक्षता में हुई राजनीतिक ब्यूरो की बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि सीपीसी का 20वां अधिवेशन इस नाजुक घड़ी में काफी महत्वपूर्ण है, क्योंकि पूरी पार्टी और समूचा राष्ट्र हर तरह से एक आधुनिक समाजवादी देश के निर्माण की दिशा में एक नया सफर शुरू करेगा और दूसरे शताब्दी लक्ष्य की ओर बढ़ेगा।
इस पूरे आयोजन में देशभर में पार्टी के 2300 प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे। ये लोग देश की सेंट्रल कमिटी के करीब 200 सदस्यों का चुनाव करेंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्तमान सेंट्रल कमिटी की अंतिम बैठक 9 अक्टूबर को होगी। इसके बाद सेंट्रल कमिटी 25 सदस्यीय पोलितब्यूरो और उसके शक्तिशाली स्टैंडिंग कमिटी के लिए वोट करेगी।
स्टैंडिंग कमिटी चीन का सर्वोच्च नेतृत्व निकाय है और सबसे शक्तिशाली है। वर्तमान समय में इस कमिटी में 7 सदस्य हैं। जानकारों का कहना है कि इसमें मतदान केवल औपचारिकता मात्र है और पोलितब्यूरो तथा उसके स्टैंडिंग के लिए सदस्यों का चयन पहले ही कर लिया जाता है।
सीपीसी अपने सभी महत्वपूर्ण अधिवेशन प्रत्येक पांच साल पर आयोजित करती है, जिस दौरान वह सरकार और पार्टी के कार्य की समीक्षा करती है तथा अगले पांच वर्षों के लिए योजनाओं को मंजूरी देती है। पार्टी की मौजूदा परंपरा के तहत, नेतृत्व और शीर्ष पदाधिकारी हर 10 साल पर बदले जाते हैं।