न्यूज़ डेस्क: PEGASUS निगरानी मामले में केंद्र सरकार पर लगे आरोपों पर भाजपा के कई नेताओं की तरफ से विपक्ष पर पलटवार किया जा रहा है। इसको लेकर जहां सोमवार को गृह मंत्री अमित शाह ने विपक्ष की मंशा से पर्दा उठाया तो वहीं अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी पेगासस निगरानी मामले में विपक्ष पर करारा प्रहार किया है। बता दें कि मंगलवार को सीएम योगी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में इस मामले को लेकर कहा कि, देश की छवि को खराब करना विपक्ष के एजेंडे में शामिल है। उन्होंने कहा कि, “विपक्ष पूरी तरह नकारात्मक भूमिका में है और जाने अनजाने उन अंतर्राष्ट्रीय साजिशों का शिकार हो रहा है जो किसी न किसी रूप में भारत को अस्थिर और अस्त-व्यस्त करना चाहते हैं।” सीएम योगी ने कहा कि, अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि को खराब करने और भारत को अस्थिर करने के लिए जिन मंसूबों के साथ विपक्ष काम कर रहा है वो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
गौरतलब है कि सीएम योगी विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि, कोरोना कालखंड के अंदर विपक्ष के इस नकारात्मक रवैये के कारण भारत की छवि पहले ही काफी आहत हुई। तथ्यहीन और झूठे आरोप लगाकर देश के यशस्वी नेतृत्व को बदनाम करना, देश की छवि को लगातार धूमिल करना विपक्ष के एजेंडे का हिस्सा बन चुका है।
गौरतलब है कि सीएम योगी विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि, कोरोना कालखंड के अंदर विपक्ष के इस नकारात्मक रवैये के कारण भारत की छवि पहले ही काफी आहत हुई। तथ्यहीन और झूठे आरोप लगाकर देश के यशस्वी नेतृत्व को बदनाम करना, देश की छवि को लगातार धूमिल करना विपक्ष के एजेंडे का हिस्सा बन चुका है।
उन्होंने कहा कि, घटनाओं के तथ्य और क्रम पूरे देश को देखने और समझने के लिए सामने हैं। आज संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ। इस दौरान अमित शाह ने पेगासस मामले पर भी विपक्ष पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि, “कल देर शाम हमने एक रिपोर्ट देखी, जिसे केवल एक ही उद्देश्य के साथ कुछ वर्गों द्वारा शेयर किया गया है।”
अमित शाह ने कहा कि, “लोगों ने अक्सर मेरे साथ इस वाक्यांश (आप क्रोनोलॉजी समझिए) को गंभीरता से ना लेकर, हल्के-फुल्के अंदाज में जोड़ा है, लेकिन आज मैं गंभीरता से इसकी क्रोनोलॉजी समझाना चाहता हूं।” उन्होंने पेगासस पर कहा कि, ”इस तथाकथित रिपोर्ट के लीक होने का समय और फिर संसद में विपक्ष द्वारा हंगामा, इसे आपस में जोड़कर देखने की आवश्यकता है। यह एक विघटनकारी वैश्विक संगठन हैं जो भारत की प्रगति को पसंद नहीं करता है। इस तरह का कार्य विश्व स्तर पर भारत को अपमानित करने, हमारे राष्ट्र के बारे में वही पुराने अवधारणाओं को आगे बढ़ाने और भारत के विकास पथ को पटरी से उतारने के लिए किया गया।