बड़हलगंज: पुत्र की खुशहाली व लंबी आयु के लिए महिलाओं ने बुधवार को ललही छठ (हल षष्ठी) व्रत रखा। निर्जला व्रत रखकर छठ मइया का पूजन व कथा का पाठ किया। व्रत को लेकर मंगलवार को फल, पूजन के लिए चीनी व मिट्टी के कुल्हड़, कांसा, महुआ की पत्ती, खीरा की खरीदारी हुई। वहीं, दाना भुनवाने का क्रम देर शाम तक चलता रहा।
बुधवार की सुबह से ही बाबा जलेश्वर नाथ मंदिर, लक्ष्मीनारायण मंदिर, शिवाला घाट सहित विभिन्न मोहल्लों में एकजुट होकर महिलाओं ने पूजन पाठ किया। सनातन परंपरा में हल षष्ठी व्रत संतान की लंबी आयु और उसके सुख सौभाग्य की कामना के लिए रखा जाता है। पौराणिक मान्यता के अनुसार इसी पावन तिथि पर श्री कृष्ण के बड़े भाई बलराम का जन्म हुआ था। मान्यता है कि इस व्रत को विधि विधान से करने पर संतान से जुड़ी बड़ी से बड़ी बलाएं दूर हो जाती हैं।