न्यूज़ डेस्क: भाजपा नेतृत्व 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए मजबूत रणनीति बनाने में जुटा हुआ है। हाल के दिनों में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने के लिए कई बदलाव किए गए हैं और अब मोदी कैबिनेट में फेरबदल की चर्चाएं भी सुनी जा रही हैं। सियासी जानकारों का मानना है कि जदयू और शिवसेना के बागी शिंदे गुट को मोदी कैबिनेट में शामिल करने की तैयारी है।
आरसीपी सिंह के इस्तीफे के बाद जदय) का मोदी कैबिनेट में कोई प्रतिनिधित्व नहीं रह गया है। भाजपा नेतृत्व की ओर से राजग के कुनबे को मजबूत और एकजुट बनाए रखने के लिए इन दोनों दलों के नेताओं को मोदी कैबिनेट में जगह मिल सकती है। सियासी हलकों में चर्चा है कि संसद के मानसून सत्र के बाद प्रधानमंत्री मोदी इस दिशा में बड़ा कदम उठा सकते हैं।
सहयोगी दलों के नाम पर मोदी कैबिनेट में सिर्फ रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया का प्रतिनिधित्व ही बचा है और पार्टी के नेता रामदास अठावले राज्य मंत्री के रूप में भूमिका निभा रहे हैं। पिछले दिनों राज्यसभा का कार्यकाल पूरा होने पर आरसीपी सिंह को कैबिनेट मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
जदयू की ओर से उन्हें फिर से राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया गया था। इसी तरह मुख्तार अब्बास नकवी को भी मंत्री पद की कुर्सी छोड़नी पड़ी थी।