न्यूज़ डेस्क: कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने बुधवार को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध मतदाता सूची के अभाव में पार्टी के नए प्रमुख के चुनाव की प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाया और चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री से पारदर्शिता के लिए मतदाताओं के नाम और पते प्रकाशित करने को कहा। कांग्रेस के दिग्गज नेता पी चिदंबरम के बेटे और शिवगंगा से सांसद कार्ति चिदंबरम ने प्रत्येक चुनाव के लिए एक सुपरिभाषित और स्पष्ट निर्वाचक मंडल की आवश्यकता होती है। निर्वाचक मंडल के गठन की प्रक्रिया भी स्पष्ट, सुपरिभाषित और पारदर्शी होनी चाहिए। एक तदर्थ निर्वाचक मंडल कोई निर्वाचक मंडल नहीं है।
जिन्हें टैग करते हुए तिवारी ने ट्वीट करते हुए कहा कि किसी भी चुनाव के लिए संवैधानिक रूप से निर्वाचक मंडल का गठन किया जाना चाहिए। मैंने अखबारों में पढ़ा आनंद शर्मा सीडब्ल्यूसी में इस व्यापक साझा चिंता को व्यक्त किया था और उन्होंने सार्वजनिक रूप से पुष्टि भी की थी। तिवारी ने पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के प्रमुख मधुसूदन मिस्त्री के इस बयान पर आपत्ति जताई कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करने वाले निर्वाचन मंडल यानी प्रतिनिधियों की सूची प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यालयों में उपलब्ध रहेगी और जो चुनाव लड़ेंगे, उन्हें यह मुहैया करा दी जाएगी।
पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण (सीईए) के प्रमुख मिस्त्री ने मंगलवार को अखबार से कहा कि चुनावी प्रक्रिया की निष्पक्षता पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि 9,000 सदस्यीय निर्वाचक मंडल के बारे में विवरण राज्य कांग्रेस कार्यालयों में उपलब्ध है। तिवारी मिस्त्री के साक्षात्कार का जवाब देते हुए ये बातें कहीं।