न्यूज़ डेस्क: पैगंबर पर टिप्पणी विवाद फिर गहराता जा रहा है। बीजेपी विधायक टी राजा को कथित तौर पर पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के आरोप में हैदराबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं बीजेपी की तरफ से टी राजा को निलंबित भी कर दिया है। वहीं अब पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपनी टिप्पणी से एक बड़ा विवाद खड़ा करने वाली निलंबित भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा को मनसे प्रमुख राज ठाकरे का समर्थन मिला है। राज ठाकरे ने कहा कि मैं उनका समर्थन करता हूं।
मीडिया से बात करते हुए राज ठाकरे ने कहा कि सभी ने नुपुर शर्मा से माफी मांगने के लिए कहा। मैंने उसका समर्थन किया। उसने जो कहा वह पहले डॉ जाकिर नाइक ने कहा है। नाइक से किसी ने माफी नहीं मांगी।’ एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर पर नूपुर शर्मा की टिप्पणी से देश भर में विरोध शुरू हो गए थे। कई खाड़ी देशों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। बाद में भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया। 10 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा के खिलाफ देशभर में दर्ज सभी एफआईआर को एक साथ जोड़ कर दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया। पिछले महीने शीर्ष अदालत ने उनके खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के संबंध में उन्हें 10 अगस्त तक गिरफ्तारी से अंतरिम संरक्षण दिया था।
ठाकरे ने हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने के लिए एआईएमआईएम विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी पर भी निशाना साधा। उन्होंने अपने चचेरे भाई को भी निशाना बनाया और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को भी निशाने पर लिया। उन्होंने सत्ता-साझाकरण व्यवस्था पर 2019 में भाजपा के साथ उद्धव के पतन पर सवाल उठाया। शिवसेना ने अंततः विधानसभा चुनावों के बाद भाजपा के साथ अपना गठबंधन तोड़ दिया और महाराष्ट्र में दावा करने के लिए कांग्रेस और राकांपा के साथ हाथ मिला लिया। ठाकरे ने कहा कि जब मैं शिवसेना में था तब बालासाहेब ने तय किया था कि जिस पार्टी के पास ज्यादा विधायक होंगे उसे सीएम की सीट मिलेगी। आप तय की गई चीजों को कैसे बदल सकते हैं? वो भी बंद दरवाजों के पीछे। प्रचार के दौरान जब पीएम और अमित शाह ने कहा कि फडणवीस सीएम होंगे तो आपने आपत्ति क्यों नहीं की?