न्यूज़ डेस्क: महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट हर दिन नया मोड़ ले रहा है। बागी विधायक के बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बनाने के फॉर्मूले भी सामने आने लगे हैं। वहीं देवेंद्र फडणवीस दिल्ली पहुंचे चुके हैं। फडणवीस आज गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। वहीं एकनाथ शिंदे भी पहली बार आज गोवाहाटी के होटले से बाहर निकलते नजर आए। लेकिन इन तमाम घटनाक्रमों के बीच एक नई खबर निकलकर सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सरकार को बचाने के लिए देवेंद्र फडणवीस को फोन किया था। एएनआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि उद्धव ने एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद 21 जून की रात देवेंद्र फडणवीस से संपर्क किया था और फोन पर बातचीत करते हुए पैचअप करने की कोशिश की थी।
उद्धव ने बीजेपी हाईकमान से संपर्क साधने की थी। लेकिन आला नेतृत्व ने उद्धव ठाकरे की फ़ोन लाइन पर आने से मना कर दिया था। शिव सेना नेतृत्व से बीजेपी बात नहीं करेगी। हालांकि पूरी खबरों से शिवसेना ने इनकार किया है। शिवसेना का कहना है कि उद्धव ठाकरे और फडणवीस के बीच कोई बात नहीं हुई है। उद्धव को जो बात करनी है सामने करेंगे। शिवसेना के प्रवक्ता हर्षल प्रधान ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि कुछ ऐसी खबरें चल रही हैं कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने सरकार को बचाने के लिए देवेंद्र फडणवीस को फोन किया था। लेकिन यह खबर केवल गुमराह करने के लिए है। उद्धव ठाकरे को जो कुछ भी कहना है, वह सार्वजनिक रूप से बोलते हैं।
संकट से बाहर निकलने के लिए भाजपा नेताओं के संपर्क में थे, जिसमें शिवसेना के अलावा राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस शामिल हैं। सूत्रों ने यह भी कहा था कि ठाकरे 22 जून को शाम 5 बजे इस्तीफा देने के लिए तैयार थे क्योंकि यह स्पष्ट था कि महाराष्ट्र सरकार के सामने राजनीतिक संकट का “कोई रास्ता नहीं” था, लेकिन एमवीए सहयोगियों ने उन्हें इस्तीफा नहीं देने के लिए मना लिया।