न्यूज़ डेस्क: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को 18 दिन बीत चुके हैं. यूक्रेन में रूस के ताबड़तोड़ हमले जारी है. यहां शहर खंडहर में बदल चुके हैं. यूक्रेन में हालत और गंभीर होते जा रहे हैं. इस बीच रविवार को विदेश मंत्रालय ने एक बड़ी जानकारी देते हुए कहा कि यूक्रेन के पश्चिमी भाग में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि यूक्रेन में स्थिति भारतीय दूतावास को पोलैंड में अस्थायी रूस से शिफ्ट किया जाएगा.
इससे पहले रविवार को ही यूक्रेन संकट को लेकर पीएम मोदी एक एक उच्च स्तरीय बैठक की. पीएम मोदी ने बैठक में भारत की सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा साथ ही यूक्रेन रूस के बीच युद्ध से बदले वैश्विक स्थिति की भी समीक्षा की. इस बैठक में विदेश मंत्री, वित्त मंत्री, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समेत कई अन्य बड़े मंत्रियों और अधिकारियों ने भाग लिया.
भारत सरकार का फैसला
इस बैठक में प्रधानमंत्री ने यूक्रेन से भारतीय नागरिकों के साथ-साथ भारत के पड़ोसी देशों के कुछ नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा के विवरण सहित यूक्रेन के हालिया घटनाक्रम के बारे में भी जानकारी ली.
रूसी सेना के हमले जारी
रूसी सेना ने रविवार सुबह ल्वीव के 30 किलोमीटर पश्चिमोत्तर में यारोवीव सैन्य क्षेत्र पर आठ रॉकेट दागे. ‘यारोवीव अंतरराष्ट्रीय शांतिरक्षा एवं सुरक्षा केंद्र’ के नाम से जाना जाने वाला यारोवीव सैन्य क्षेत्र यूक्रेन एवं पोलैंड की सीमा से 35 किलोमीटर दूर स्थित है.
यूक्रेनी जनरल स्टाफ ने बताया कि रूसी सेना ने लुत्स्क और इवानो-फ्रैंकिवस्क के पश्चिमी शहरों में दो हवाई क्षेत्रों पर शुक्रवार को गोलाबारी की और टीयू -95एमएस बमवर्षकों से 10 से अधिक क्रूज मिसाइल दागीं. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शनिवार को कहा कि रूस उनके देश को तोड़ने के लिए यूक्रेन में नया ‘‘छद्म गणराज्य’’ बनाने की कोशिश कर रहा है.