बड़हलगंज(संतोष जायसवाल): उपनगर बड़हलगंज में जनता लाईब्रेरी द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन “रस रंग” की शुरुआत माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के पश्चात कवियत्री प्रियंका राय ने किया और अपनी वीर रस की कविताओं से मंच का आरम्भ किया।
इसके बाद कवि लखनवी शेखर जिन्होंने गत विधान सभा चुनावों में अपनी शानदार वापसी कर चुके योगी की आंधी पर पैरोडी सुनाकर विपक्षी दलों पर तंज कसा। उनकी रचना “बुलडोजर बुलडोजर माना नही, माना नही; सब कुचल गया” लोगो ने खूब पसंद किया। कवियत्री मीरा तिवारी ने “आप तो पत्थर की मूरत हो गये और ज्यादा और ज्यादा खूबसूरत हो गए” गीत सुनाकर तालियां बटोरी। बड़हलगंज के ही उभरते युवा कवि निर्भय निनाद ने अपनी रचना “ठहर जाऊँ मैं तो ठहराव वाला हूँ – गमो में मुस्कुराता मैं, लड़का गांव वाला हूं।”, “बुलडोजर भारी पड़ा, सभी हुए है पस्त – जनता ने बता दिया बाबा जी हैं मस्त” सुना कर वाहवाही बटोरी। इसके बाद आये लखीमपुर के युवा कवि नवल सुधांशू ने अपनी रचनाओं “दिलों में व आंखो के अंदर रहूंगा, नदी के लिए मैं समंदर रहूंगा! तुम्हारी नजर में भले कुछ रहूं न रहूं, मैं मां की नजरों में सिकंदर रहूंगा।” से खूब वाहवाही पाया।
कार्यक्रम का संचालन कर रहे इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में कानून विज्ञान के प्रोफेसर डॉ. श्लेष गौतम ने “यही जज्बा रहा तो मुश्किलों का हल भी निकलेगा”, “मेरी हर धड़कनों में मुल्क जिंदाबाद रहता है”, “…याद रखती है दुनियां मगर बस उसे, जान दे दे जो अपना वतन के लिये” कार्यक्रम के समापन दौर में आये अध्यक्षता कर रहे देश के वरिष्ठतम कवियों में शुमार अखिलेश द्विवेदी जिन्होंने अपनी हास्यव्यंग की रचनाओं से चारो तरफ तीर चलाये उनकी रचना “आये थे तीर मारने, मर कर चले गये, सायकिल पर बैठे और तोड़ कर चले गये”, “जो हैं पढ़े लिखे वह सब सन्तरी बने, अपराधी माफिया हैं जो वह मंत्री बने, जिसने विवाह कर के अपनी पत्नी छोड़ दी वह अपने देश में हैं प्रधानमंत्री बने”, “चच्चा ने राजनीति में बच्चा जिसे समझा, बच्चा वही चच्चा का भी चच्चा निकल गया”, “जेल से बाहर जाने की जिद छोड़ दिया है बापू ने, जबसे सुना है राधे मां भी जेल में अंदर आने वाली है”।
इस अवसर पर चिल्लूपार के नवनिर्वाचित विधायक राजेश त्रिपाठी, मदरिया कुटी के महंत श्रीश दास जी, ब्लाक प्रमुख आशीष राय, बीजेपी नेता महेश उमर, आलोक त्रिपाठी, राजीव पांडेय, आनंद त्रिपाठी, डा. परमहंस सिंह, विपिन शाही, राजेश मिश्र, लक्ष्मीनारायण गुप्ता, श्रीकांत सोनी, विपुल ओझा, सुरेश मिश्र, दिलीप मिश्र, अखंड शाही, ओमप्रकाश अग्रवाल, श्रीराम अग्रवाल, अमित त्रिपाठी, सर्वेश दुबे, शिवांश तिवारी, कृष्णकांत, डीएन त्रिपाठी, विनय पांडेय, रूद्रेश तिवारी, अरविंद सिंह मौजूद रहे। कार्यक्रम के संयोजक प्रणव द्विवेदी शुभम ने आगंतुको का आभार प्रकट किया।