न्यूज़ डेस्क: कोरोना के खिलाफ भारत ने रविवार को एक और उपलब्धि हासिल कर ली। देश में कोरोना महामारी पर नियंत्रण के लिए अबतक कुल छह करोड़ से अधिक कोरोना के टीके दिये जा चुके हैं। पांच करोड़ से अधिक लोगों ने कोरोना का पहला या दोनों टीका लगवा लिया है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार रविवार सुबह तक प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक देशभर में 9,85,018 सत्रों के दौरान कुल 6,02,69,782 वैक्सीन के टीके दिए जा चुके हैं।
सरकार ने अबतक स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं और 60 वर्ष से अधिक उम्र व 45-60 वर्ष के गंभीर बीमारियों से ग्रस्त तीन श्रेणी के लोगों को टीका लगवाने की सुविधा दी है। इन्हें तीन चरणों में किया गया है। कुल छह करोड़ में से 60 प्रतिशत कोरोना के टीके आठ राज्यों में दिए गए हैं। इन राज्यों ने अपने यहां 30 लाख से अधिक टीके लगाए हैं। इसमें महाराष्ट्र, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश ने 50 लाख से अधिक टीके लगाए हैं। पश्चिम बंगाल में 48 लाख से अधिक और कर्नाटक, मध्य प्रदेश और केरल में 30 लाख से अधिक टीके लगाए जा चुके हैं।
दूसरी ओर देशभर में लगातार कोरोना के मामले भी बढ़ रहे हैं। सात राज्यों महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, पंजाब, गुजरात, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड किए गए कुल मामलों के 84.74 प्रतिशत हैं । महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 35,726 मामले सामने आए हैं। इसके बाद छत्तीसगढ़ है, जहां 3,162 और कर्नाटक जहां 2,886 मामले दर्ज किए गए हैं।
इस संबंध में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शनिवार को 12 राज्यों और 46 नगर निकायों के नगर आयुक्तों व जिला कलेक्टर के साथ समीक्षा बैठक की। जिसमें उन्होंने पांच स्तरीय रणनीति अपनाए जाने का सुझाव दिया। 12 राज्यों में महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, पंजाब और बिहार हैं। मंत्रालय अनुसार अबतक देश में कोरोना के 24 करोड़ से ज्यादा टेस्ट हो चुके हैं। इनमें से पांच प्रतिशत में ही बीमारी के होने की पुष्टि हुई है।
रविवार तक देशभर में कोरोना के कुल 4,86,310 सक्रिय मामले हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान इनमें 33,663 मामले जुड़े हैं। वहीं देश में अब तक कोरोना से 1,13,23,762 लोग ठीक हो चुके हैं और राष्ट्रीय रिकवरी रेट 94.59 प्रतिशत तक पहुंच गया है। पिछले 24 घंटों के दौरान 28,739 लोग ठीक हुए हैं और 312 लोगों की बीमारी के चलते मौत हुई है।