कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिन प्रतिबंधों का ऐलान हुआ है उनमें दफ्तर आदि बाहरी इलाके में काम न करते हुए घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) को तरजीह दी गई है. बार और रेस्त्रां को हर हाल में रात 10 बजे तक बंद कर देना
इंग्लैंड में कोरोना वायरस से हालात तेजी से बिगड़ते दिख रहे हैं. संक्रमण की दर धीमी पड़ने के बाद फिर इसमें तेजी आ रही है. प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस परिस्थिति को ‘खतरनाक मोड़’ (पेरिलियस टर्निंग प्वॉइंट) बताते हुए नए प्रतिबंधों का ऐलान किया है. इंग्लैंड में ये प्रतिबंध अगले 6 महीने के लिए होंगे जब तक कि परिस्थितियां सामान्य होती नहीं दिखतीं.
कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिन प्रतिबंधों का ऐलान हुआ है उनमें दफ्तर आदि बाहरी इलाके में काम न करते हुए घर से काम (वर्क फ्रॉम होम) को तरजीह दी गई है. बार और रेस्त्रां को हर हाल में रात 10 बजे तक बंद कर देना है और उनकी सेवा टेबल सर्विस तक ही सीमित रहेगी. रिटेल स्टाफ से लेकर टैक्सी और प्राइवेट हायर व्हीकल्स (भाड़े की गाड़ियां) के स्टाफ को फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा. रेस्त्रां में भी मास्क को अनिवार्य बनाया गया है, केवल खाते वक्त इसे उतार सकते हैं. 28 सितंबर के बाद से इंग्लैंड की किसी शादी में 15 से ज्यादा मेहमान नहीं जुट सकते.
क्वारनटीन में रहना जरूरी
इंग्लैंड में सोमवार से यह नियम लागू हो गया कि जो लोग कोरोना पॉजिटिव पाए जाएंगे, वे कानूनी तौर पर क्वारनटीन होने के लिए बाध्य होंगे. ऐसे लोग भी क्वारनटीन होंगे जो किसी कोरोना मरीज के संपर्क में आए हैं. इतना ही नहीं, अगर कोई शख्स सेल्फ-क्वारनटीन होने से मना करता है तो उस पर 10 हजार पाउंट का जुर्माना हो सकता है. सेल्फ-क्वारनटीन के नियमों के मुताबिक, पॉजिटिव व्यक्ति अगले 10 दिन तक अपना घर नहीं छोड़ सकता. यहां तक कि उसे जरूरी सामान की खरीदारी के लिए भी बाहर नहीं जाना है. ये सख्त प्रतिबंध इसलिए लगाए गए हैं क्योंकि एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि इग्लैंड में लोग धड़ेल्ले से कोरोना के कायदों का उल्लंघन कर रहे हैं.
इंग्लैंड में कोरोना के नियम सख्त बने रहें, इसके लिए पुलिस प्रशासन को भी निर्देश दे दिया गया है. जरूरत पड़ने पर सेना को भी लगाए जाने की बात है. पिछले हफ्ते इंग्लैंड के चीफ साइंटिफिक एडवाइजर सर पैट्रिक वेलेंसी और चीफ मेडिकल मेडिकल ऑफिसर क्रिस विट्टी ने एक टेलीविजन संदेश में देश को चेताया था कि अगर फौरी कदम नहीं उठाए गए तो इंग्लैंड में मध्य अक्टूबर तक हर दिन कोविड के 50 हजार केस सामने आएंगे.
वेलेंसी ने कहा, अभी हर 7वें दिन पर कोरोना की रफ्तार दोगुनी (डबलिंग रेट) हो रही है. अगर हर सातवें दिन यही हालत रही तो मध्य अक्टूबर तक हर दिन 50 हजार नए केस आने लगेंगे. अभी की जो ट्रेंड है, अगर यही स्थिति बनी रही तो नवंबर से देश में हर दिन 200 से ज्यादा लोगों की मौत हो सकती है. लंदन में इस हफ्ते कोरोना के 2865 नए मामले थे जिसमें पिछले दो हफ्ते के मरीज शामिल हैं.