न्यूज़ डेस्क: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी के सांसदों ने महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ शुक्रवार को संसद भवन से राष्ट्रपति भवन के लिए मार्च निकाला, हालांकि पुलिस ने उन्हें रोक दिया। संसद भवन से पार्टी सांसदों का मार्च शुरू होने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी इसमें थोड़ी देर के लिए शामिल हुईं। पार्टी सांसदों ने काले कपड़े पहन रखे थे। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धरने पर बैठ गईं है, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया। वहीं राहुल गांधी समेत कई अन्य नेताओं को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।
पुलिस ने कांग्रेस नेताओं को विजय चौक पर ही रोक दिया। कांग्रेस सांसद राष्ट्रपति भवन तक पहुंचना चाहते थे। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘इस तानाशाह सरकार को डर लग रहा है। भारत के हालत से, कमरतोड़ महंगाई और ऐतिहासिक बेरोकागारी से, अपनी नीतियों से लायी बर्बादी से। जो सच्चाई से डरता है, वो ही आवाज उठाने वालों को धमकाता है!’
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, ‘आज एक बार फिर कांग्रेस सांसदों को महंगाई, बेरोजगारी और जीएसटी के खिलाफ प्रदर्शन करने के लोकतांत्रिक अधिकार से वंचित कर दिया गया। विजय चौक पर हमें पुलिस वैन में भर दिया गया। एक चीज साफ है, जो डरते हैं वही डराने का प्रयास करते हैं!’
कांग्रेस महंगाई और बेरोजगारी के खिलाफ आज राष्ट्रव्यापी प्रदर्शन कर रही जिसके तहत कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) के सदस्यों एवं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की प्रधानमंत्री आवास का ‘घेराव करने’ की योजना है। पार्टी के कई नेता और कार्यकर्ता कांग्रेस मुख्यालय में जमा हुए हैं। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी प्रधानमंत्री आवास के घेराव के कार्यक्रम के दौरान मौजूद रहीं।
प्रदर्शन में शामिल होने वाले नेता काले कपड़े पहनकर या बांह पर काली पट्टी बांधकर पहुंचे हैं। उधर, दिल्ली पुलिस ने नयी दिल्ली जिले में निषेधाज्ञा लागू होने का हवाला देते हुए शुक्रवार को राष्ट्रीय राजधानी में कांग्रेस को प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी।