न्यूज़ डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राजा सिंह को पार्टी से निलंबित कर दिया है और विवादित बयान के संबंध में 10 दिनों के अंदर जवाब मांगा है। राजा सिंह को एक धर्म विशेष के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने के आरोप में मंगलवार को हैदराबाद में गिरफ्तार कर लिया गया। भाजपा विधायक ने स्टैंड- अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी की आलोचना करते हुए सोमवार को एक वीडियो जारी किया था। इस वीडियो में वह कथित तौर पर एक धर्म विशेष के खिलाफ विवादित टिप्पणी करते नजर आ रहे हैं। फारुकी ने हाल ही में शहर में एक कार्यक्रम में प्रस्तुति दी थी। भाजपा नेता की गिरफ्तारी की मांग करते हुए समुदाय के कई लोगों ने सोमवार रात हैदराबाद के कई हिस्सों में प्रदर्शन किया।
‘ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन’ (एआईएमआईएम) के सूत्रों ने बताया कि पार्टी के कई विधायक और वृहद हैदराबाद नगर निगम के पार्षद पुलिस थानों पर पहुंचे, वहां प्रदर्शन किया तथा राजा सिंह के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। पुलिस ने बताया कि सिंह के खिलाफ कई पुलिस थानों में शिकायत दर्ज कराई गई है।
दबीरपुर पुलिस थाने के निरीक्षक जी कोटेश्वर राव ने बताया कि उन्हें सिंह के खिलाफ एक शिकायत मिली है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि भाजपा विधायक ने एक धर्म विशेष के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां की हैं। राव के मुताबिक, सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत धर्म के आधार पर विभिन्न समूहों में शत्रुता को बढ़ावा देने, जानबूझकर और दुर्भावनार्पूण कृत्य करने, धर्म व धार्मिक मान्यताओं का अपमान करके किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को आहत करने की मंशा तथा आपराधिक धमकी के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
गोशामहल से विधायक सिंह ने गिरफ्तारी के दौरान पत्रकारों से कहा कि उन्होंने जिस सोशल मीडिया साइट पर अपना वीडियो साझा किया था, उसने उसे हटा दिया है और वह रिहा होने के बाद इस वीडियो क्लिप का ‘दूसरा हिस्सा’ अपलोड करेंगे। सिंह ने कहा, ‘उन्होंने यूट्यूब से मेरी वीडियो हटा दी। मुझे नहीं पता कि पुलिस क्या करने जा रही है। जब मैं रिहा हो जाऊंगा तो निश्चित तौर पर वीडियो का दूसरा हिस्सा अपलोड करूंगा। मैं यह धर्म के लिए कर रहा हूं। मैं धर्म के लिए मरने को भी तैयार हूं।’ सिंह ने यह जानना चाहा कि उनके खिलाफ विभिन्न पुलिस थानों में इतनी शिकायतें क्यों दर्ज की गईं।
उन्होंने कहा, ‘शिकायतें क्यों दर्ज की गईं? हमारे राम, राम नहीं हैं? हमारी सीता, सीता नहीं है? मैंने डीजीपी (पुलिस महानिदेशक) से हाथ जोड़कर अनुरोध किया था कि वह राम और सीता के खिलाफ अभद्र भाषा में कॉमेडी करने वाले शख्स (मुनव्वर फारुकी) को कार्यक्रम की अनुमति न दें।’ गौरतलब है कि पुलिस ने राजा सिंह को उस आयोजन स्थल पर पहुंचने की कोशिश करने पर 19 अगस्त को हिरासत में लिया था, जहां अगले दिन फारुकी का कार्यक्रम होना था।