न्यूज़ डेस्क: बीजेपी की निलंबित नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी की पत्नी सीमा पात्रा को 12 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है. सीमा पात्रा का कहना है कि “ये झूठे आरोप हैं, राजनीति से प्रेरित आरोप हैं. मुझे फंसाया गया है.” बीजेपी नेता पर बेहद गंभीर आरोप लगे हैं. घरेलू मेड का थर्ड डिग्री टॉर्चर करने के मामले में सीमा पात्रा को पुलिस बुधवार सुबह गिरफ्तार कर चुकी है.
सीमा पात्रा पर अपने घर में काम करने वाली आदिवासी युवती सुनीता को वर्षों से बेहद अमानवीय तरीके से प्रताड़ित करने का आरोप है. झारखंड के कार्मिक विभाग के एक अफसर की सूचना पर पुलिस ने कमरे में बंद करके रखी गयी सुनीता को बीते 22 अगस्त को ही मुक्त कराया था, लेकिन सीमा पात्रा को तब गिरफ्तार नहीं किया गया था.
मीडिया में खबरें और सुनीता की प्रताड़ना का वीडियो चलने के बाद पुलिस पर दबाव बढ़ा. मंगलवार को राज्यपाल रमेश बैस ने इस मामले पर संज्ञान लेते हुए राज्य के डीजीपी से पूछा था कि इस मामले में आरोपी पर अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं हुई?
सुनीता का अभी रांची रिम्स में इलाज चल रहा है. उसके शरीर पर दर्जनों जख्म हैं. उसे गरम तवे से जगह-जगह दागा गया है. लोहे के रॉड से उसके आगे के तीन-चार दांत तोड़ दिये गये. कमरे में बंद करके रखी गई सुनीता का खाना-पानी तक बंद कर दिया गया था. वह खुद से खड़ी तक नहीं हो पा रही. उसकी जुबां से ठीक से आवाज नहीं निकल रही.
सुनीता गुमला के एक गांव की रहनेवाली है. करीब दस साल पहले वह रिटायर्ड आईएएस महेश्वर पात्रा और बीजेपी नेत्री सीमा पात्रा के घर मेड के तौर पर काम करने के लिए लाई गई थी. बाद में वह दिल्ली में रहनेवाली उनकी पुत्री वत्सला पात्रा के साथ भेज दी गई. दिल्ली से उनके तबादले के बाद सुनीता वापस रांची सीमा पात्रा के घर आई.