न्यूज़ डेस्क: पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को गिरफ्तार किए जाने के मामले में जर्मनी की आलोचना पर भारत के पलटवार की पृष्ठभूमि पर रविवार को कहा कि सरकार को यह सुनिश्चित करना चाहिए की प्रतिकूल राय के लिए कोई कारण ही नहीं हो। खुर्शीद ने साथ ही कहा कि सरकार को ‘‘हमारे खिलाफ कुछ मत कहो’’ वाला रवैया नहीं अपनाना चाहिए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने आरोप लगाया कि सरकार यह सुनिश्चित करने में निष्क्रिय रही है कि देश का कानून बिना किसी भय के और बिना भेदभाव के लागू किया जाए।’’
साथ ही उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो ‘‘हर चीज पर बोलना पसंद करते हैं’’ वह एकता के बारे में और ‘‘हम दोबारा एकसाथ कैसे आएं’’ इसके बार में क्यों नहीं बोलते। खुर्शीद ने साक्षात्कार में कहा कि यदि वह ऐसे प्रधानमंत्री होते जो चुप रहते हों, तो अगल बात होती लेकिन वह चुप रहने वाले प्रधानमंत्री नहीं हैं, वह बोलते हैं। तो वह इस बारे में कुछ क्यों नहीं बोल रहे हैं। वह यह क्यों नहीं कहते ‘‘चलिए हम साथ आएं, अगर हम बंटे रहे तो यह देश सफल नहीं हो पाएगा।’’
विपक्ष की एकता और 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में उसके राह के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा विपक्षी दलों का मुकाबला एक ‘‘बेहद चालक विरोधी’’से है और अगर उन्होंने जल्दी काम नहीं किया तो वे पिछड़ जाएंगे। खुर्शीद ने कहा कि इस देश को बचाने के लिए एक साझा मंच बेहद जरूरी है, साथ ही उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ‘‘जो ऐसा करने में नाकाम रहेंगे, इतिहास उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।