न्यूज़ डेस्क: असम के शिवसागर जिले में तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ उनके उस ट्वीट के लिए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है, जिसमें ‘यौन उत्पीडऩ’ शब्द को एक असमिया उपनाम से कथित तौर पर जोड़ा गया है। एक स्थानीय संगठन, ‘जातीय संग्रामी सेना’ ने लिखित शिकायत दर्ज कराकर आरोप लगाया था कि मोइत्रा ने अपने ट्वीट से पूरे असमिया समुदाय का अपमान किया है और उनसे बिना शर्त माफी की मांग की।
मोइत्रा ने असंसदीय शब्दों की सूची के संदर्भ में ट्वीट कथित तौर पर पोस्ट किया था। उन्होंने बृहस्पतिवार को कथित तौर पर लिखा, ‘‘असंसदीय शब्दों के प्रतिस्थापन पर मेरी पहली नई ट्विटर श्रृंखला। प्रतिबंधित शब्द – यौन उत्पीडऩ, प्रतिस्थापन – श्री गोगोई।’’ उनके इस ट्वीट की असम के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने आलोचना की। इंटरनेट उपयोगकर्ताओं ने कहा कि असम में बड़ी संख्या में लोगों के उपनाम ‘गोगोई’ हैं और वे इसे समूचे समुदाय के अपमान के तौर पर देखते हैं।
तृणमूल कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को स्पष्ट किया था कि वह गोगोई समुदाय को निशाना नहीं बना रही हैं। बाद में एक अन्य ट्वीट में, तृणमूल सांसद ने लिखा, ‘‘ट्वीट को मिथ्या अर्थ देने वाले सिर्फ उन संघियों के लिए, जो यह कहते हैं कि मैंने सभी गोगोई को निशाना बनाया, मुझे इसे स्पष्ट करने दें: श्रीमान रंजन गोगोई। माननीय सांसद, राज्यसभा।’’ उच्चतम न्यायालय की एक पूर्व कर्मचारी ने 2019 में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया था और शीर्ष अदालत ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया था।
तीन न्यायाधीशों एक समिति ने बाद में गोगोई को क्लीन चिट दे दी थी। जातीय संग्रामी सेना ने चेतावनी दी है कि अगर वह अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगती हैं, तो तृणमूल कांग्रेस को ऊपरी असम में कोई बैठक या रैली नहीं करने दी जाएगी। एक पुलिस अधिकारी ने पुष्टि की कि मोइत्रा के खिलाफ एक लिखित शिकायत शुक्रवार को प्राप्त हुई थी, लेकिन अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है। उन्होंने कहा, ‘‘शिवसागर सदर पुलिस थाने में एक शिकायत दर्ज की गई है। हम इसकी जांच कर रहे हैं। अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।’’
असम में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को अपने ट्विटर पोस्ट के लिए मोइत्रा से माफी की मांग की। भाजपा की असम इकाई के प्रवक्ता मोमिनुल अवल ने गुवाहाटी में एक बयान में कहा, ‘‘महुआ मोइत्रा द्वारा इस्तेमाल किया गया असंसदीय शब्द असम के सभी लोगों का अपमान है। उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की असम इकाई के अध्यक्ष रिपुन बोरा को भी टिप्पणी के लिए लोगों से माफी मांगनी चाहिए।