न्यूज़ डेस्क: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को संसद को बताया कि गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) सहित रेलवे में भर्ती के लिए परीक्षाएं आयोजित करने के पश्चात रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा कोई परीक्षा परिणाम नहीं रोका गया है। राज्यसभा में एक सवाल के लिखित जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘गैर-तकनीकी लोकप्रिय श्रेणियों (एनटीपीसी) की परीक्षा आयोजित करने के पश्चात रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा कोई परीक्षा परिणाम रोका नहीं गया है।’’ ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले बिहार व उत्तर प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर एनटीपीसी पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया के विरोध में अभ्यर्थियों ने हंगामा किया था।
वैष्णव ने कहा कि वर्ष 2017-18 और 2018-19 के दौरान रेलवे भर्ती बोर्ड द्वारा विभिन्न समूह-‘ग’ और लेवल-1 (पूर्ववर्ती समूह ‘घ’) पदों की कुल 2,83,747 रिक्तियों के लिए सात नई केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाएं जारी की गई हैं। उन्होंने कहा, ‘‘चार केंद्रीयकृत रोजगार सूचनाओं के तहत 1,43,034 रिक्तियों के लिए भर्ती प्रक्रिया पहले ही पूरी की जा चुकी है। इसके अलावा तीन केंद्रीकृत रोजगार अधिसूचनाओं के अंतर्गत 1,40,713 रिक्तियों के लिए भर्ती प्रक्रिया परीक्षा चरण पर है।’’ रेलमंत्री ने बताया कि इसके अलावा रेलवे सुरक्षा बल और रेलवे सुरक्षा विशेष बल ने भी चार रोजगार अधिसूचनाओं के अंतर्गत कुल 10,568 रिक्तियों के लिए भी भर्ती प्रक्रिया पूरी कर ली है।
उन्होंने कहा, ‘‘वर्ष 2016-17 से 2020-2021 के दौरान विभिन्न समूह ‘ग’ लेवल-1 (सहित) और सुरक्षा संबंधी पदों के लिए कुल 2,00758 उम्मीदवारो को रेल में नियुक्ति के लिए पैनलबद्ध किया गया है। उन्होंने कहा कि पात्रता संबंधी विभिन्न मानदंडों को पूरा करने के आधार पर पैनलबद्ध उम्मीदवारों को नियुक्ति की खातिर पेशकश की जाती है। यह पूछे जाने पर कि क्या रेलवे नियुक्तियां करने में ढिलाई बरत रहा है और इसलिए बेरोजगारों को रेलवे सेवा में शामिल होने के लिए पर्याप्त अवसर नहीं मिल रहे हैं, वैष्णव ने कहा, ‘‘जी नहीं।’’ रेल मंत्री ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि रेलवे में स्वीकृत पदों की कुल संख्या 15,06,299 है जिनमें 17,894 पद राजपत्रित और 14,88,405 पद अराजपत्रित हैं। उन्होंने कहा कि एक फरवरी 2022 तक के आंकड़ों के अनुसार रेलवे में राजपत्रित श्रेणी के 2519 पद और अराजपत्रित श्रेणी के 3,01,414 पद खाली हैं।