न्यूज़ डेस्क: शनिवार को कन्नौज तिर्वा में जनसभा कर रहे पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि कन्नौज में इत्र की खुशबू आती है. यहां के लोगों की मेहनत कन्नौज की आब-ओ-हवा में साफ दिखती-झलकती है. उन्होंने कहा कि पहले चरण के मतदान के बाद से दो परिवार के लोगों को जीत के सपने दिखने बंद हो गए हैं. उन्होंने कहा, ‘आएंगे तो योगी ही.’ यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के तहत प्रचार कार्य अब तेजी से बढ़ता जा रहा है.
‘परिवारवादियों की नींद अब हराम होने लगी है’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कन्नौज के तिर्वा में कांग्रेस और सपा पर तंज करते हुए कहा कि परिवारवादी परिवारों की बेचैनी पहले चरण के चुनाव के बाद से बढ़ गई है. पहले की सरकारों में परिवार के लोगों की भलाई करना और सोचना ही सबसे बड़ी बात मानी जाती थी. उन्होंने कहा, ‘परिवारवादियों की नींद अब हराम होने लगी है.’ उन्होंने कहा कि यूपी के विभिन्न जिलों में बनने वाले उत्पादों का विश्व में प्रचार-प्रसार और व्यापार हो रहा है. उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस की मदद से कन्नौज की जनता को भी राहत मिलने वाली है.
‘घोर परिवारवादियों को सपने दिखना बंद हो गए’
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि यूपी में लड़ाई इस बात की नहीं है कि किसकी सरकार बनेगा या किसकी सरकार नहीं बनेगी. पूरा यूपी जानता है, पूरा देश जानता है कि आएगी तो भाजपा ही, आएंगे तो योगी ही. बस अब मुकाबला इस बात का है कि बीजेपी की जो पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी वो पहले से कितनी ज्यादा सीटें लेकर बनेगी, इसका मुकाबला चल रहा है. उन्होंने तंज मारते हुए कहा, ‘दो दिन से घोर परिवारवादियों को सपने दिखना बंद हो गए हैं, उनकी हराम हो गई है. वो लोग सोच रहे थे कि जातिवाद फैलाकर, संप्रदायवाद फैलाकर, वोटों को बांट देंगे. मगर मुझे खुशी है कि यूपी के लोग माफियावादियों, दंगावादियों के खिलाफ एकजुट होकर वोट कर रहे हैं.’
घोर परिवावादी पार्टियों के नाम पर किया तंज
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आप देखिए कैसे-कैसे उम्मीदवारों को टिकट दिया है इन परिवारवादियों ने. इनके ज्यादातर उम्मीदवार हिस्ट्रीशीटर हैं. उनकी तो हालत ऐसी है कि कई लोग तो जेल से ही चुनाव लड़ रहे हैं.’ उन्होंने सपा और कांग्रेस पर तंज मारते हुए कहा, ‘साथियों, लोकतंत्र की व्याख्या करते हुए विश्व में एक बात कही जाती है- गर्वंमेंट ऑफ द पीपुल, बाय द पीपुल और फॉर द पीपुल यानी जनता का जनता के लिए और जनता द्वारा शासन. हमारी देश की घोर परिवावादी पार्टियों ने लोकतंत्र के मंत्र को ही बदल दिया है. ये लोग क्या कहते हैं- परिवार का, परिवार के लिए और परिवार द्वारा शासन, गर्वंमेंट ऑफ द फैमिली, बाय द फैमिली फॉर द फैमिली.’