न्यूज़ डेस्क: यूपी में अगले साल होने जा रहे विधानसभा चुनाव को फतह करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी के तीन मंत्र का सहारा लेकर बीजेपी मैदान में उतरने वाली है। बीजेपी ने तय किया है कि मोदी के इन तीन मंत्र को वो हर गांव और गली-गली के वोटरों के बीच पहुंचाएगी। पीएम नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे के वक्त यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार के कामकाज के तरीकों की जमकर तारीफ की थी। पीएम ने विकासवाद, सेवाभाव और राष्ट्रीयता की भावना के साथ यूपी के लोगों के लिए काम करने की बात उस दौरान कही थी। मोदी के इन्हीं तीन मंत्रों को यूपी बीजेपी की कार्यसमिति ने शुक्रवार को गंभीर मंथन के बाद अपना चुनावी हथियार बनाने का फैसला किया है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी ने 2022 की जीत के लिए ये तीनों मंत्र कार्यकर्ताओं के जरिए वोटरों तक पहुंचाने का खाका खींचा है। मोदी का चेहरा तो बीजेपी हर चुनाव में सामने रखती है। यूपी में इसके साथ ही सीएम योगी की सत्ता के चाल, चरित्र, चेहरे के अलावा उसके सरोकार, संकल्प और समाज के प्रति उनके समर्पण के उदाहरण बीजेपी पेश करेगी।
इसके अलावा पीएम मोदी के एक और मंत्र को भी बीजेपी अपने विरोधियों के खिलाफ विधानसभा चुनाव के दौरान हथियार बनाने जा रही है। इसके तहत प्रदेशों की गैर बीजेपी सरकारों और बीजेपी शासित राज्यों की सरकारों के कामकाज, फैसलों, नीति और नीयत में अंतर का भी पार्टी ने जोर-शोर से प्रचार करने का फैसला किया है।
कोरोना की दूसरी लहर को कामयाबी से रोकने, देश में सबसे ज्यादा टीकाकरण और सूबे के सभी जिलों में लगाए जा रहे 541 ऑक्सीजन प्लांट जैसे मुद्दे भी बीजेपी का हथियार बनेंगे। डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने बीजेपी की जीत का दावा करते हुए कहा कि साल 2014, 2017 और 2019 में हुए चुनावों में जनता ने पार्टी को पास किया। मोदी और योगी की जोड़ी के कामकाज की वजह से वोटर 2022 में भी बड़े नंबरों से बीजेपी को पास करेंगे।