न्यूज़ डेस्क: पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है। ऐसे में बुधवार को ममता बनर्जी ने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। बता दें कि ममता बनर्जी ने बुधवार को राजभवन में शपथ ग्रहण किया। इस मौके पर भाजपा की तरफ से कोई नहीं पहुंचा है। जबकि भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष को बुलाया गया था। गौरतलब है कि कोरोना महामारी के चलते यह शपथ ग्रहण समारोह बेहद सादगी भरा रहा। भाजपा की तरफ से किसी के ना जाने को लेकर कहा जा रहा है कि, बंगाल में बीजेपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ हो रही हिंसा इसकी एक बड़ी वजह है। वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा कि, मैं तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बधाई देता हूं। आशा है कि शासन संविधान और कानून के नियम के अनुसार चलेगा। हमारी प्राथमिकता इस संवेदनहीन हिंसा का अंत करना है। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री कानून के शासन को बहाल करने के लिए तत्काल कदम उठाएंगी।
इस शपथ समारोह में जिस समय ममता बनर्जी ने सीएम पद की शपथ ली, ठीक उसी समय बंगाल हिंसा को लेकर जेपी नड्डा ने भी बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा खत्म करने की शपथ ली। यह शपथ उन्होंने पार्टी के हेस्टिंज़ कार्यालय में ली।
जेपी नड्डा ने कहा कि, जैसे-जैसे नतीजे आए हैं वैसे-वैसे यहां राजनीतिक हिंसा का तांडव देखने को मिला है। यह लड़ाई हम निर्णायक मोड़ तक लड़ें। उन्होंने कहा कि, जो तस्वीरें मैंने विभाजन के समय देखी थी वे ताजा होती दिख रही थीं। जिनको रक्षा करनी चाहिए वे ही इस हिंसा के तांडव के जिम्मेदार लोग हैं। ऐसे लोग शपथ लें, प्रजातंत्र में सबको शपथ लेने का अधिकार है लेकिन हम भी शपथ लेते हैं कि बंगाल की धरती से राजनीतिक हिंसा खत्म करेंगे।
नड्डा ने कहा कि, प्रधानमंत्री के बंगाल को विकास की मुख्यधारा में लाने के संकल्प को हम आगे बढ़ाएंगे। विकास की एक नई कहानी हम एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए निभाएंगे।