न्यूज़ डेस्क: पीएम नरेंद्र मोदी के साथ राज्यों के मुख्यमंत्रियों की ऑनलाइन मीटिंग में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने ऑक्सीजन की किल्लत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि मैं सीएम होते हुए भी कुछ नहीं कर पा रहा हूं। हमें 700 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है, किन्तु पिछले 24 घंटों में सिर्फ 350 टन ही ऑक्सीजन उपलब्ध हो पायी है।
केजरीवाल ने कहा कि पीएम, सबसे पहले आपको धन्यवाद क्योंकि केंद्र ने दिल्ली का ऑक्सीजन कोटा बढ़ा दिया है, आपसे अनुरोध है कि बढ़े हुए कोटे को दिल्ली तक पहुंचाने में सहायता कर दीजिए, हमें 700 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है, लेकिन पिछले 24 घंटों में केवल 350 टन ही ऑक्सीजन शुरू हो पायी है। कभी कोई अस्पताल कहता है कि 2 घंटे की ऑक्सीजन शेष है, कभी कोई कहता है 3 घंटे की ऑक्सीजन शेष है। जब कारण पता करते हैं, तो पता चलता है कि पीछे किसी प्रदेश ने दिल्ली के लिए ऑक्सीजन के ट्रक को रोक रखा है, हमने केंद्र के कई मंत्रियों को फोन किए उन्होंने शुरू में सहयोग किया, मगर अब वे भी थक चुके हैं।
अरविन्द केजरीवाल ने आगे कहा कि देश के संशाधनों पर तो 130 करोड़ जनता का अधिकार है, यदि दिल्ली में ऑक्सीजन की फैक्ट्री नहीं है तो क्या दिल्ली के 2 करोड़ लोगों को ऑक्सीजन नहीं मिलेगी। जिस राज्य में फैक्ट्री है, क्या वे ऑक्सीजन रोक सकते हैं ? केजरीवाल ने कहा कि मैं आज यह जानना चाहता हूं कि आज या कल या किसी भी वक़्त दिल्ली के किसी भी अस्पताल में आधे घंटे या एक घंटे और 2 घंटे की ऑक्सीजन शेष रह जाए और मैं फोन उठाकर केंद्र से बात करना चाहूँ तो किससे बात करूं, हालात बेहद गंभीर हो चुके हैं, हम अपने लोगों को मरने के लिए तो छोड़ नहीं सकते। हमें लोगों को भरोसा दिलाना पड़ेगा कि एक एक जिंदगी कीमती है।