न्यूज़ डेस्क: देश में बढ़ रहे कोरोना के कहर को देखते हुए राजधानी दिल्ली में आज रात 10 बजे से आगले सोमवार तक के लिए लॉकडाउन लगा दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि राज्य की हेल्थ सुविधाओं की स्थिति संतोषजनक है लेकिन स्थति और खराब न हो इसके लिए यह फैसला लिया जा रहा है। लॉकडाउन की सूचना देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सुबह राज्यपाल से बातचीत के बाद यह फैसला लिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस दौरान सभी जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी। शादी के लिए विशेष पास दिया जाएगा जिसमें 50 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी जाएगी।
24 घंटे में सामने आए इतने मामले
दिल्ली में रविवार को कोविड-19 के एक दिन में सबसे अधिक 25,462 नए मामले सामने आए और संक्रमण की दर बढ़कर 29.74 प्रतिशत हो गई। संक्रमण की दर 29.74 प्रतिशत होने का मतलब है कि दिल्ली में लगभग प्रत्येक तीसरा नमूना संक्रमित पाया जा रहा है। यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग की ओर से साझा किए गए आंकड़ों से मिली। अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में संक्रमण से 161 और मरीजों की मौत हो गई। इससे एक दिन पहले कोविड-19 के 24,375 नए मामले सामने आए थे और 167 मरीजों की मौत हुई थी।
इतनी पहुंच गई संक्रमितों की संख्या
ताजा बुलेटिन के अनुसार दिल्ली में ये नए मामले सामने आने से राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमितों की अब तक की कुल संख्या बढ़कर 8,53,460 हो गई है, वहीं मरने वालों की संख्या बढ़कर 12,121 हो गई है। बुलेटिन में कहा गया है कि एक दिन पहले कुल 85,620 जांच की गई थीं जिनमें 56,015 आरटी-पीसीआर जांच और 29,605 रैपिड एंटीजन जांच शामिल हैं। बुलेटिन में कहा गया है कि अभी तक दिल्ली में 7.66 लाख से अधिक रोगी ठीक हो गए हैं। वहीं, उपचाराधीन मामलों की संख्या बढ़कर 74,941 हो गई है जो एक दिन पहले 69,799 थी।
पीएम मोदी को सीएम केजरीवाल ने लिखा पत्र
केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर उनसे दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में 10,000 बिस्तरों में से कम से कम 7,000 बिस्तरों को कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि अगले दो-तीन दिनों में दिल्ली सरकार यमुना स्पोट्स कॉम्प्लेक्स, राधा स्वामी सत्संग ब्यास परिसर और स्कूलों में ऑक्सीजन की सुविधा के साथ 6,000 बिस्तरों का इंतजाम करेगी। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली कोविड-19 रोगियों के लिए ऑक्सीजन की ‘‘अत्यंत कमी’’ का सामना कर रही है।