न्यूज़ डेस्क: मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर परमबीर सिंह (Parambir Singh) की ओर से दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट की जस्टिस संजय किशन कौल और जस्टिस आर सुभाष की बेंच ने सुनवाई से इनकार करते हुए बॉम्बे हाई कोर्ट भेज दिया है। कोर्ट ने मामले को गंभीर मानते हुए सवाल किया कि इसे लेकर बॉम्बे हाई कोर्ट क्यों नहीं गए।
इसके बाद परमबीर सिंह ने भ्रष्टाचार के मामले में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ कथित भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच कराने की मांग करते हुए उच्चतम न्यायालय में दायर की गई याचिका वापस ले ली। उच्चतम न्यायालय ने मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह को अनिल देशमुख के खिलाफ उनकी शिकायतों को लेकर बंबई उच्च न्यायालय का रुख करने की छूट दी।
कोर्ट ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं है कि मामला ‘काफी गंभीर’ है लेकिन मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह को बंबई उच्च न्यायालय का रुख पहले करना चाहिए। मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने उच्चतम न्यायालय से कहा कि वह देशमुख के खिलाफ आरोपों को लेकर आज ही बंबई उच्च न्यायालय में याचिका दायर करेंगे।
याचिका में परमवीर सिंह ने आरोप लगाया था कि फरवरी 2021 में महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को दरकिनार कर क्राइम इंटेलिजेंस यूनिट के सचिन वाजे और एसीपी सोशल सर्विस ब्रांच संजय पाटिल जैसे अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
याचिका में दावा किया गया है कि देशमुख ने उन्हें हर महीने ₹100 वसूली का लक्ष्य दिया था। उन्होंने अपनी याचिका में महाराष्ट्र सरकार गृह मंत्रालय और सीबीआई को प्रतिवादी बनाते हुए पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है। साथ ही पुलिस कमिश्नर से किए गए उनके ट्रांसफर आदेश को रद्द करने की अपील की है।
फडणवीस ने देशमुख पर लगाए ये आरोप
वहीं महाराष्ट्र की महा विकास आघाडी सरकार पर संकट के बादल कहलाते नजर आ रहे हैं। एनसीपी प्रमुख शरद पवार की ओर से बचाव किए जाने के बाद भी राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख बुरी तरह उलझ के दिख रहे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा में नेता विपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने देशमुख पर झूठ बोलने, कोरोना संक्रमित होते हुए भी हवाई यात्रा करने और पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग करने का आरोप लगाते हुए इससे जुड़े कई सबूत मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव को सौंपी।
फडणवीस ने दिखाया देशमुख की हवाई यात्रा का टिकट
इसके पहले फडणवीस ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। जिसमें देशमुख की 15 फरवरी की एक हवाई यात्रा से जुड़े टिकट का जिक्र करते हुए कहा कि जो व्यक्ति कोरोना संक्रमण के चलते अस्पताल में भर्ती था, वह हवाई यात्रा कैसे कर रहा था? फडणवीस ने कहा कि यदि सिल्वर जुबली ट्रैवल लिमिटेड का एयर टिकट जिस पर पैसेंजर के तौर पर सात में से पहला नाम अनिल देशमुख का लिखा है, सही है तो पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के आरोप सही हैं।
परमबीर सिंह ने लगाए थे ये आरोप
परमवीर सिंह ने पिछले दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को लिखे एक पत्र में देशमुख पर फरवरी मध्य में पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर बार-रेस्टोरेंट्स से 100 करोड रुपए की वसूली करने का आरोप लगाया था। लेकिन देशमुख ने यह कहते हुए आरोपों को निराधार बताया था कि वह कोरोना पॉजिटिव होने के चलते 5 से 15 फरवरी तक नागपुर के अस्पताल में इलाज करा रहे थे। इसके बाद 16 से 27 फरवरी तक होम आइसोलेशन में रहे थे।
देशमुख का बचाव करते हुए यही तथ्य सोमवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी मीडिया के सामने रखे थे। भाजपा नेता ने देशमुख पर झूठ बोलने, सही तथ्य से अवगत नहीं कराने का आरोप लगाते हुए अजय कुमार भल्ला को कई सबूत सौंपे।