न्यूज़ डेस्क: उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। उन्होंने खुद ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है। रावत ने कहा कि रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने खुद को आइसोलेट कर लिया है। रावत ने उनके संपर्क में आने वाले लोगों से खुद की जांच करवाने की अपील की है। उत्तराखंड के सीएम सोमवार को दिल्ली पहुंचने वाले थे क्योंकि उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सहित कैबिनेट के अन्य वरिष्ठ मंत्रियों से मुलाकात होनी थी। रावत ने खुद को आइसोलेट कर लिया है ऐसे में उनकी पीएम और गृहमंत्री से मुलाकात संभव नहीं है।
रावत के बयानों से पैदा हुआ विवाद
गत 10 मार्च को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालने के बाद रावत की दिल्ली की यह दूसरी यात्रा थी। शुक्रवार को रावत ने पार्टी अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात की। सीएम बनने के बाद रावत अपने बयानों के लिए लगातार चर्चा में हैं। इनके बयानों ने राजनीतिक विवाद खड़ा किया है। समझा जाता है कि उनके इन बयानों से पार्टी आलाकमान नाराज है। खास बात यह है कि सीएम पद से हटन से पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दिल्ली में शाह और भाजपा अध्यक्ष नड्डा से मुलाकात की थी। ऐसे में उनकी इस मुलाकात को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। पीएम और गृह मंत्री के साथ रावत की यह मुलाकात क्यों हो रही है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई।
रविवार को भी दिया विवादित बयान
रावत के ‘फटी जींस’ वाले बयान पर काफी विवाद हुआ। अभी यह विवाद पूरी तरह थमा भी नहीं था कि उन्होंने ‘बच्चे पैदा करने’ और ‘अमेरिका की गुलामी’ बयान देकर अपनी किरकिरी करा ली है। रविवार को नैनीताल जिले के रामनगर में तीरथ ने कहा कि लोगों को कोविड-19 के दौरान अगर ज्यादा राशन पाना था तो उन्हें दो की जगह ज्यादा बच्चे पैदा करने चाहिए थे। उन्होंने कहा, ‘भैया इसमें दोष किसका है? उसने 20 पैदा किए तो उसे एक क्विंटल मिला, अब इसमें जलन काहे का। जब समय था तब आपने दो ही पैदा किए, 20 क्यों नही किए?’
‘फटी जींस’ बयान से निशाने पर आए
गत मंगलवार को देहरादून में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने अपनी एक विमान यात्रा का जिक्र किया। रावत ने कहा कि एक बार जब वह हवाई जहाज में बैठे तो उनके साथ एक महिला बैठी थीं जो गम बूट पहने हुई थीं और घुटने के पास उसकी जींस फटी हुई थी। ऐसे में वह अपने बच्चों को क्या संस्कार देगी। मुख्यमंत्री के इस बयान को लेकर काफी विवाद पैदा हुआ था। सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना हुई। हालांकि, इस बयान के लिए उन्होंने माफी मांग ली।
भारत को अमेरिका का गुलाम बताया
रावत का बड़बोलापन यहीं नहीं रुका। उन्होंने भारत को ब्रिटेन की जगह अमेरिका का गुलाम बता दिया और कहा कि कोविड-19 ने उसकी शक्ति को भी कम कर दिया।उन्होंने कहा, ‘जहां हम 200 वर्ष तक अमेरिका के गुलाम थे, पूरे विश्व के अंदर उसका राज था। यह कहते थे कि उसके राज में कभी सूरज छिपता नहीं था, लेकिन आज के समय में वह भी डोल गया, बोल गया।’