न्यूज़ डेस्क: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने डोर-टू-डोर कैंपेन नहीं करने का फैसला लिया है. ऐसा उन्होंने कोविड-19 के बढ़ते मामलों को देखते हुए लिया है. घर-घर जाकर प्रचार करने से कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो रहा था.
सहारनपुर पहुंचे थे गृहमंत्री अमित शाह
दरअसल, गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में मथुरा और कैराना में घर-घर जाकर पर्च बांटे थे. शनिवार को वह बीजेपी प्रत्याशी के पक्ष में प्रचार करने के लिए देवबंद, सहारनपुर पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने अपना 25 मिनट का कार्यक्रम 5 मिनट में ही पूरा कर दिया.
कोविड प्रोटोकॉल का हो रहा उल्लंघन
सहारनपुर के आईआईएमटी कॉलेज में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हमें कोविड-19 के दिशा निर्देशों का पालन करना है. मैं देवबंद गंया था, लेकिन काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए, जिससे कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन हो रहा था. इस वजह से मुझे देवबंद और मुजफ्फरनगर में अपने कार्यक्रम को रोकना पड़ा.
अखिलेश यादव को झूठ फैलाते हुए शर्म नहीं आती
इससे पहले, सहारनपुर में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अखिलेश यादव ने यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल उठाए हैं. अखिलेश बाबू, क्या आपको खुलेआम झूठ फैलाने में शर्म नहीं आती? पिछले 5 वर्षों में डकैती और लूट के अपराधों में क्रमशः 70% और 69.3% की गिरावट आई है. हत्या के अपराधों में 30% की गिरावट देखी गई है.
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि अखिलेश यादव ने कल प्रेस कांफ्रेंस की, जिसमें चौधरी जयंत सिंह को भी उनके बगल में सीट दी गई. अखिलेश बाबू, हालांकि आपकी पार्टी सत्ता में नहीं आती, लेकिन अगर ऐसा होता है तो आपके बगल में कौन बैठेगा, जयंत भाई या आजम खान?.
सपा ने प्रत्येक जिले को दिया दंगा, बाहुबली और घोटाला- अमित शाह
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि सपा सरकार ने अपने शासन के दौरान प्रत्येक जिले को एक मिनी सीएम, एक बाहुबली, एक घोटाला और एक दंगा दिया. यही सपा के लिए विकास की परिभाषा थी. इसके विपरीत, भाजपा सरकार ने प्रत्येक जिले को एक जिला, एक उत्पाद योजना, एक प्रमुख उद्योग और एक मेडिकल कॉलेज दिया.