New delhi : भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission) ने पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर शनिवार को बैठक की. बैठक में चुनावी रैली, रोड शो, जुलूस पर पाबंदी जारी रखने का बड़ा फैसला लिया. सूत्रों के अनुसार आयोग ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलो और कोरोना वैक्सीनेशन की स्थिति को देखते हुए फिलहाल चुनावी रैली में पाबंदी को आगे बढ़ाने का फैसला लिया. आयोग की इस बैठक में मुख्य चुनाव आयुक्त के अलावा सभी आयुक्त और उपायुक्त भी शामिल हुए थे. इसके अतिरिक्त पांचों राज्यों के मुख्य निर्वाचन आयुक्तों ने भी आयोग की बैठक में फैसला लिया.
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चुनाव आयोग ने ‘कैंपेन कर्फ्यू’ (Campaign Curfew) को अगले एक सप्ताह तक बढ़ाने का फैसला कर लिया है. जल्दी ही इस संबंध में गाइडलाइन जारी कर दिये जायेंगे. हालांकि, सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है कि रैलियों, जुलूसों और रोड शो आदि पर पाबंदी के बावजूद प्रचार के अन्य तरीकों में कुछ ढील भी दी जायेगी. सूत्रों के मुताबकि, इनडोर बैठकों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या बढ़ाने की इजाजत सरकार दे सकती है. पहले इनडोर मीटिंग में अधिकतम 300 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गयी थी. बताया जा रहा है कि कोरोना संकट के बीच आयोग कोई भी खतरा मोल लेने के मूड में नहीं है.
हालांकि यह बात भी सच है कि कहीं ना कहीं चुनाव में कोविड-19 (Covid19) प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन देखने को मिल रहा है। टिकट मिलने के बाद जश्न भी मनाया जा रहे हैं जिसमें भारी भीड़ देखने को मिल रही है। इसके अलावा नेताओं के डोर-टू-डोर कैंपेन (Door to door campaign) में 5 लोगों से ज्यादा व्यक्ति दिखाई दे रहे हैं। चुनाव आयोग मणिपुर में टीकाकरण की रफ्तार से असंतुष्ट है तथा इसे और तेज करने के निर्देश भी दिया गया है। पंजाब में भी टीकाकरण की रफ्तार को बढ़ाने के लिए कहा गया है। गोवा, उत्तराखंड और यूपी में टीकाकरण के आंकड़े से चुनाव आयोग संतुष्ट है और संक्रमण पर भी लगातार नजर बनाए हुए हैं।