न्यूज़ डेस्क: वर्ष 2021 के लिए भारत के सर्वश्रेष्ठ पुलिस थाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री की ट्रॉफी ट्रॉफी हासिल करने वाले सदर बाजार थाना परिसर में एक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। वीरवार को आयोजित इस समारोह में दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना भी शामिल हुए और थाने के कर्मियों को उन्हें अच्छे कार्य के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान कर उन्हें सम्मानित किया।
इस अवसर पर उत्तरी जिला के डीसीपी सागर सिंह कलसी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। गौरतलबह हो कि 19 नवंबर को पुलिस मुख्यालय, लखनऊ में आयोजित डीजी, आईजी सम्मेलन में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय गृह मंत्री की ट्रॉफी प्राप्त की थी।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस थाने को भारत के सर्वश्रेष्ठ पुलिस स्टेशन के रूप में चुनने के पीछे कई कारक थे। पुलिस थाने ने कानून और व्यवस्था के रखरखाव, अपराध के आंकड़े, जघन्य मामलों का सर्वोत्तम वर्क आउट प्रतिशत, लापता बच्चों का पता लगाने में 100 प्रतिशत परिणाम, अच्छे पुलिस जनसंपर्क बनाए रखने, जनता को शामिल करने के साथ अपराध पर अंकुश लगाने सहित सभी पहलुओं में उत्कृष्ट पुलिसिंग दिखाई।
सामुदायिक पुलिसिंग योजनाओं जैसे प्रहरी, पुलिस मित्र, अई एंड ईयर प्रोग्राम को पूरी तहर से धरातल पर उतारने के साथ ही उसे लागू करने में भी सफलता हासिल की है। जिसके अच्छे परिणाम दिखे हैं। यह थाना इतिहास को संरक्षित करने के साथ-साथ तकनीकी उन्नयन के समावेश का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। इस थाने की पुलिस टीम ने आंकड़ों को देखने के बजाय शिकायतकर्ताओं की संतुष्टि पर ध्यान केंद्रित किया है।
आयोजित कार्यक्रम के दौरान जांच में अच्छे प्रदर्शन के लिए 20 पुलिस कर्मियों और 20 पुलिस कर्मियों को प्रशंसा पत्रों के साथ कानून और व्यवस्था बनाए रखने में उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। सदर बाजार क्षेत्र की नागरिक सुरक्षा समिति के सदस्यों सहित कुछ लोगों को भी इस उपलब्धि में सहयोग के लिए सम्मानित किया गया।
सदर बाजार थाना एक ऐतिहासिक थाना है। यह उन पांच थानों में एक है, जिसे 1861 दिल्ली में स्थापित किया गया था। इस थाने के क्षेत्र में आवासीय के साथ-साथ व्यावसायिक क्षेत्र भी शामिल हैं। इस थाने के क्षेत्र की आबादी लगभग 4 लाख है और सबसे बड़े थोक बाजार के रूप में सदर बाजार होने के कारण दिन के समय लाखों की संख्या में बाहर से आए लोगों की भीड़ होती है।
इस क्षेत्र की आबादी मिश्रित है, जिसमें लगभग 40 प्रतिशत हिंदू और 60 प्रतिशत मुस्लिम हैं। यह थाना दिल्ली के सांप्रदायिक रूप से काफी संवेदनशील माना जाता है। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस थाने के पूरे क्षेत्र को 10 बीट वाले पांच डिवीजनों में बांटा गया है।
थाने का तीन मंजिला भवन वर्ष 1861 में ही बनाया गया था। यह एक पुराना है लेकिन अब भी मजबूत और सुरक्षित है। इमारत में एसीपी सदर बाजार, एसएचओ, एटीओ और इंस्पेक्टर के कार्यालय हैं। जांच, रिपोर्टिंग कक्ष, महिला हेल्पडेस्क, सार्वजनिक सुविधा डेस्क, किड्स जोन, प्रतीक्षालय, पुस्तकालय सह अध्ययन कक्ष, रिकॉर्ड कक्ष, मलखाना (सीपी) और (जीपी), लॉक-अप (पुरुष और महिला), कंप्यूटर कक्ष, सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष ,संक्रमण काक्ष और आईओ कमरे स्थित हैं। बगल की इमारत के भूतल पर मेस और जिम चल रहे हैं। बैरक, मनोरंजन कक्ष, आईओ केबिन, सम्मेलन कक्ष, बैठक कक्ष और आई, सी वी-बी का कार्यालय पहली मंजिल पर स्थित है। पीएस भवन के मध्य प्रांगण में एक बैडमिंटन कोर्ट भी है।