न्यूज़ डेस्क: उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मंगलवार को निर्वाचन आयोग से मुलाकात करने वाले पार्टी प्रतिनिधिमंडल को अनधिकृत करार देते हुए फिर से भेंट करने का समय मांगा है। मंगलवार को कांग्रेस के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग के अधिकारियों से लखनऊ में मुलाकात की थी। आयोग के अधिकारी इन दिनों राजधानी लखनऊ के दौरे पर हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने बृहस्पतिवार को संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में पूछे जाने पर कहा कि कांग्रेस की तरफ से भेजे गए पत्र में जिन लोगों का नाम लिखा था उन्होंने ही आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि अगर मीडिया कर्मी चाहें तो वह पत्र उन्हें साझा किया जा सकता है। दरअसल, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुधवार को आयोग को एक पत्र लिखकर कहा था कि मंगलवार को जिस प्रतिनिधिमंडल ने आयोग के अधिकारियों से मुलाकात की थी वह इसके लिए अधिकृत नहीं था।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा को संबोधित इस पत्र में बृहस्पतिवार को लल्लू की अगुवाई में पार्टी विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी तथा पूर्व मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दीकी की सदस्यता वाले प्रतिनिधिमंडल को आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने का समय देने का अनुरोध किया गया है।
मंगलवार को आयोग के अधिकारियों से मुलाकात करने वाले कांग्रेस नेताओं में से एक ने नाम गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि वे पार्टी महासचिव (संगठन) दिनेश सिंह के निर्देश पर आयोग से मिलने गए थे। बाद में क्या हुआ उन्हें नहीं पता। मंगलवार को आयोग से मुलाकात करने वाले कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र मदान के साथ-साथ ओंकार नाथ सिंह और मोहम्मद अनस खान शामिल थे।