न्यूज़ डेस्क: पात्रा चॉल जमीन मामले में शिवसेना सांसद संजय राउत को 22 अगस्त तक न्यायिक हिरासत में भेजा गया. हालांकि, अदालत ने उनके प्रति थोड़ी नरमी बरती है.
अदालत ने संजय राउत को जुडिशल कस्टडी में भी दवाई और घर का खाना देने की अनुमति दी है. दरअसल, संजय राउत के वकील ने अदालत में कागज़ात दिए थे, जिसमें सांसद के स्वास्थ्य से संबंधित कागज़ात मौजूद थे. उन्हीं के आधार पर शिवसेना नेता को घर का खाना और दवाई देने की अनुमति दी गई है.
पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में वर्षा राउत का भी नाम आया है. मुंबई के गोरेगांव स्थित पात्रा चॉल के पुनर्विकास में वित्तीय अनियमितताएं सामने आई थीं. इसी जुड़े धन शोधन के मामले में संजय राउत भी ईडी की हिरासत में हैं.
बता दें कि वर्षा राउत के नाम पर खरीदी गई प्रॉपर्टी के सबूत एबीपी न्यूज के हाथ लगे हैं, जिनके मुताबिक, वर्षा और स्वप्ना पाटकर के नाम पर 10 लैंड पार्सल खरीदे गए हैं जो कि कुल 36.86 स्कवॉयर मीटर होता है. ईडी ने कोर्ट में कहा था कि संजय राउत और उनके परिवार आवास पुनर्विकास परियोजना में कथित वित्तीय गड़बड़ी के जरिये जमा कराई गई एक करोड़ रुपये से ज्यादा की धनराशि मिली थी. इस पर संजय राउत ने अपने ऊपर लगे आरोप से इनकार करते हुए ईडी के केस को फर्जी करार दिया था.