न्यूज़ डेस्क: पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय पर अत्याचार लगातार बढ़ता जा रहा है। पाकिस्तान से हिंदू और सिखों पर लगातार अत्याचार की खबरें आती रहती हैं। पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समाज की लड़कियों से जबरन धर्म परिवर्तन कराया जाता है और फिर निकाह कर ली जाती है। ताजा मामला भी पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत की है जहा सिख लड़की को किडनैप कर लिया गया था और जबरन धर्म परिवर्तन करा कर उसका निकाह करा दिया गया। इस मामले की सिख समुदाय के लोगों ने कड़ी निंदा की है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने भी इस तरह की घटनाओं पर अपना विरोध जताया है। इस तरह की घटनाओं को लेकर भारत में लगातार विरोध होता रहता है। पाकिस्तान में भी अल्पसंख्यक समुदाय के लोग इस तरह की घटनाओं को लेकर सड़क पर उतर रहे हैं।
मनजिंदर सिंह सिरसा का बयान
इन सबके बीच भाजपा नेता और सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले मनजिंदर सिंह सिरसा ने इस मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर से दखल देने की मांग की है। उन्होंने विदेश मंत्रालय के समक्ष यह मुद्दा भी उठाया है। सिरसा ने कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक सिख, हिंदू और अन्य समुदाय के लड़कियों का अपहरण, धर्मांतरण और फिर अपहरणकर्ता के साथ शादी करना आम बात हो गई है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान में मानव अधिकारों की स्थिति दयनीय है। इस तरह के मामलों में पुलिस लड़कियों के परिवार वालों को चुप रहने को कहती है और इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है। इसके साथ ही सिरसा ने यह भी कहा कि वह लगातार पाकिस्तानी प्रधानमंत्री को टैग कर इस तरह के मामले में ट्वीट करते रहते हैं। लेकिन पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा पर ध्यान नहीं दिया जाता है।
सिरसा ने आगे कहा कि यही कारण है कि हमें विदेश मंत्री एस जयशंकर से इस मामले को तुरंत अपने पाकिस्तानी समकक्ष के साथ उठाने की बात कही है। आपको बता दें कि गुरबचन सिंह की बेटी दीना को अपहरणकर्ताओं ने स्कूल जाते समय किडनैप कर लिया था। उससे जबरन धर्म परिवर्तन कराया गया। फिर निकाह कर ली गई। जब पीड़िता के परिवार वाले पुलिस वालों के पास गए तो उन्हें चुप रहने के लिए कहा गया और एफआईआर तक दर्ज नहीं की गई। हालांकि, अब परिवार वालों का कहना है कि जब तक उनकी बेटी वापस नहीं मिलेगी, तब तक वह इस मामले को लेकर प्रदर्शन करते रहेंगे।