न्यूज़ डेस्क: महाराष्ट्र में उद्धव सरकार गिरने के बाद एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार बन गई है. लेकिन अब शिवसेना को हासिल करने के लिए असली लड़ाई चल रही है. सीएम एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा “दोनों पक्ष चुनाव आयोग के सामने अपनी भूमिका रखेंगे. विधानसभा में दो तिहाई से ज्यादा लोग हमारे साथ हैं. हम बालासाहेब की शिवसेना हैं। यहां के स्पीकर ने हमें मान्यता दी है. इसका मतलब साफ है कि हम शिवसेना हैं बालासाहेब के विचार वाली शिवसेना हैं.
बगावत करके एकनाथ शिंदे फिलहाल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बन चुके हैं और खुद के गुट को असली शिवसेना बता रहे हैं, जबकि उद्धव ठाकरे ने इस दावे को चुनौती दी है. दोनों के ही गुट शिवसेना और उसके चुनाव चिन्ह को अपने कब्जे में रखना चाहते हैं.
चुनाव आयोग ने उद्धव और एकनाथ शिंदे गुट को 8 अगस्त तक साबित करने के लिए कहा है कि शिवसेना के असली दावेदार कौन हैं. अब दोनों गुटों को तय तारीख में 1 बजे तक दावे से संबंधित दस्तावेज जमा करने होंगे.