न्यूज़ डेस्क: भारत ने रविवार को दुनिया की सबसे शक्तिशाली संस्था संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की कमान संभाल ली है। अध्यक्षता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। ऐसा करने वाले मोदी देश के पहले प्रधानमंत्री होंगेे। भारत का कार्यकाल पूरे अगस्त माह के लिए होगा। इस दौरान भारत तीन उच्च स्तरीय बैठक कर सकता है जिसमें समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थाई प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा, ‘75 साल में पहली बार है, जब हमारे राजनीतिक नेतृत्व ने यूएनएससी के किसी कार्यक्रम की अध्यक्षता करने में दिलचस्पी दिखाई है। यह दिखाता है कि लीडरशिप अब फ्रंट से लीड करना चाहती है।’
इस बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि भारत हमेशा संयम की आवाज, वार्ता का पैरोकार और अंतरराष्ट्रीय कानून का समर्थक बना रहेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इसे ‘महत्वपूर्ण दिन’ बताया और दुनिया को लेकर भारत के दृष्टिकोण का वर्णन करने के लिए ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ (दुनिया एक परिवार है) का उल्लेख किया।
जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘अगस्त के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता संभालने के साथ हम अन्य सदस्यों के साथ सार्थक रूप से काम करने के लिए उत्सुक हैं। भारत हमेशा संयम की आवाज, संवाद का हिमायती और अंतरराष्ट्रीय कानून का समर्थक रहेगा।’ बागची ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारत का कार्यकाल पांच ‘स’-सम्मान, संवाद, सहयोग, शांति और समृद्धि से निर्देशित होगा। भारत की अध्यक्षता का पहला कामकाजी दिन दो अगस्त होगा।
अस्थाई सदस्य के तौर पर सातवां कार्यकाल
भारत ने एक जनवरी को यूएनएससी के गैर स्थाई सदस्य के तौर पद दो साल का कार्यकाल शुरू किया। अस्थाई सदस्य के तौर पर यूएनएससी में भारत का यह सातवां कार्यकाल है। इससे पहले भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 1950-51, 1967-68, 1972-73, 1977-78, 1984-85 और 1991-92 में सदस्य रह चुका है। हर महीने अंग्रेजी वर्णमाला के आधार पर अध्यक्षता बदलती रहती है। अब भारत को दिसम्बर 2022 में फिर से अध्यक्षता करने का मौका मिलेगा।