न्यूज़ डेस्क: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज लखनऊ के सरोजनीनगर इलाके में यूपी स्टेट इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेंसिक साइंसेज का शिलान्यास किया। उन्होंने इस मौके पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की जमकर तारीफ की और 5 बार उनका नाम लेते हुए अपने भाषण में विपक्ष पर जमकर हमला बोला। इस तरह शाह ने सीधे-सीधे यूपी में बीजेपी के लिए चुनावी बिगुल भी फूंक दिया।
अमित शाह ने शिलान्यास के बाद मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना के कारण वह काफी वक्त बाद लखनऊ आए हैं और यहां आकर उन्हें खुशी हो रही है। उन्होंने इस मौके पर बीजेपी के पक्ष में चुनावी शंखनाद भी किया। अमित शाह ने कहा कि वह 2017 से पहले यूपी के हर जिले में गए। पश्चिमी यूपी का उदाहरण देते हुए शाह ने कहा कि वहां 2017 से पहले लोग डर की वजह से घर छोड़कर चले जाते थे। महिलाओं से अपराध होता था। गोलियां खुलेआम चलती थीं, लेकिन योगी सरकार ने वहां हालात को बदल दिया।
शाह ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि चुनाव आने पर इन दलों के नेता बाहर निकलते हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता कोरोना के वक्त कहां थे, गरीबों को अनाज नहीं मिलता था तो कहां थे ? परिवारवाद की राजनीति पर हमला बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि बीजेपी ने यूपी से जाति और परिवारवाद की राजनीति करने वालों को निकाल फेंका है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे योगी के नेतृत्व में सरकार के अच्छे कामों का समर्थन करें।
शाह ने कहा कि विकास की 44 केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में यूपी देश में सबसे अव्वल है। 22 लाख करोड़ की अर्थव्यवस्था बनाकर योगी के नेतृत्व में प्रदेश पूरे देश में नंबर दो पर आ गया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी को 2017 में यूपी में लचर स्वास्थ्य सेवाएं मिलीं। जिसे सुधारने का काम योगी सरकार ने सफलता से पूरा किया है और इस वजह से कोरोना काल में यहां के लोगों की जान बचाने में सफलता मिली है।
गृहमंत्री ने पीएम नरेंद्र मोदी का नाम लिया और कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश लगातार तरक्की कर रहा है। उनके निर्देश पर बीजेपी की सभी सरकारें दिन रात गरीबों और वंचितों को फायदा पहुंचाने का काम कर रही हैं। शाह ने कहा कि यूपी की सरकार किसी जाति या परिवार के लिए नहीं, सबके लिए काम करती है। उसने चुनावी वादे पूरे किए हैं। विकास के काम कराए हैं और भ्रष्टाचार को पूरी तरह खत्म किया है।
इसके अलावा अमित शाह ने फॉरेंसिक इंस्टीट्यूट से छात्रों को होने वाले फायदे गिनाए और बताया कि गुजरात की फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी से टाइअप के जरिए कैसे फायदा होगा। बता दें कि लखनऊ में 50 एकड़ जमीन पर यह इंस्टीट्यूट बनाया जा रहा है।