न्यूज़ डेस्क: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने अपनी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है । सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने भी कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम पर मुहर लगाना शुरू कर दिया है । इतना ही नहीं इस बार विधानसभा चुनावों में भाजपा के कई दिग्गज नेता मैदान में उतरेंगे । सूत्रों का कहना है कि सीएम योगी जहा गोरखपुर की किसी सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे , वहीं डिप्टी सीएम केशव प्रसाद कौशांबी की सिराथू सीट से तो दूसरे डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा लखनऊ की किसी सीट से चुनाव मैदान में उतर सकते हैं ।
विदित हो कि यूपी विधानसभा चुनाव जहां भाजपा के लिए बहुत अहम है , वहीं कई सियासी दलों का आगे का भविष्य इन दलों पर टिका हुआ है । समाजवादी पार्टी , बहुजन समाज पार्टी समेत कुछ अन्य छोटे दलों को लिए आगामी विधानसभा चुनाव उनकी साख के लिए अहम है ।
इस सबके बीच जहां अभी से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने कई नेताओं से फोन पर बात करके उनका टिकट पक्का होने का आश्वासन देते हुए अपनी सीट पर मतदाताओं के साथ मुलाकात और उनके सुख दुख में शामिल होने की बात कही है । वहीं समाजवादी पार्टी यूपी में प्रमुख विपक्षी दल के तौर पर अपनी रणनीति बनाकर मैदान में उतरने की रणनीति पर काम कर रही है । बसपा ने भी जहां पंजाब में अकाली दल के साथ अपनी सियासी पारी को बचाने की जुगत लगाई है , वहीं यूपी में उनके लिए भी इस बार के विधानसभा चुनाव अस्तित्व को लेकर अहम हैं ।
बहरहाल , अगर बात भाजपा की करें तो भाजपा एक बार फिर से प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आने की कोशिश करेगी । यही कारण है कि भाजपा के सभी दिग्गज नेता अभी से अपनी सियासी जमीन पर काम करने में जुट गए हैं ।
सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अभी विधान परिषद के सदस्य हैं । वहीं, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह समेत महेंद्र सिंह जैसे बड़े नेता भी इस बार चुनावी मैदान में उतरेंगे । सूत्रों का कहना है कि भाजपा पार्टी के नेतृत्व ने इस तरह के आदेश जारी किए हैं ।
2022 विधानसभा चुनाव में बीजेपी की योजना सभी दिग्गजों को चुनावी मैदान पर उतारने की है । माना जा रहा है इससे पार्टी के कार्यकर्ताओं का हौंसला बढ़ेगा, साथ ही उनके विधानसभा में चुनकर आने से एमएलसी की सीटें खाली होंगी, इसका फायदा उन कार्यकर्ताओं को होगा जिनका फायदा पार्टी संगठन के कामों में लेती है . उन कार्यकर्ताओं को एमएलसी बनाकर भेजा जा सकता है ।