न्यूज़ डेस्क: बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जो रणनीति अपनायी थी, लोकसभा चुनाव 2024 से पहले तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने उसी रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है. ममता बनर्जी ने कहा है कि आगामी आम चुनाव तक वह हर दूसरे महीने दिल्ली आयेंगी. बंगाल चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के अलावा भाजपा के शीर्ष हर महीने बंगाल का दौरा कर रहे थे.
किसानों के मुद्दे का ममता ने किया समर्थन
ममता बनर्जी ने शुक्रवार (30 जुलाई) को पांच दिन का दिल्ली दौरा समाप्त कर लौटने से पहले यह एलान किया. तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपनी इस यात्रा को सफल करार दिया है. ममता दी ने कहा कि मैंने आज शरद पवार से बातचीत की. मेरी यात्रा सफल रही. हम राजनीतिक उद्देश्य के लिए मिले. लोकतंत्र जिंदा रहना चाहिए. मेरा स्लोगन है ‘लोकतंत्र बचाओ देश बचाओ’ (Save Democracy Save Country). हम किसानों के मुद्दे का समर्थन करते हैं.
वाम मोर्चा के शासनकाल में बंगाल में एक प्रदर्शन के दौरान युवा कार्यकर्ताओं पर हुई पुलिसिया कार्रवाई में मारे गये 13 कार्यकर्ताओं की याद में ममता बनर्जी हर साल 21 जुलाई को शहीद दिवस (Shahid Diwas) मनाती हैं.
इस बार उन्होंने कांग्रेस समेत तमाम भाजपा विरोधी दलों से अपील की थी कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के खिलाफ 2024 के लोकसभा चुनाव (2024 Lok Sabha Chunav) के लिए अभी से एक फ्रंट तैयार करें. अपने स्वार्थ को किनारे रखकर देशहित में उन्होंने भी दलों से मोदी के खिलाफ एकजुट होने की अपील की थी.
पश्चिम बंगाल विधानभा चुनाव 2021 में भाजपा की तमाम कोशिशों के बावजूद ममता बनर्जी ने प्रचंड बहुमत के साथ लगातार तीसरी बार सरकार बनायी. इस जीत से उत्साहित ममता बनर्जी अब 2024 के लोकसभा चुनाव में पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ विपक्ष का सर्वमान्य चेहरा बनने की कोशिश में जुटी हैं.
इसी उद्देश्य से वह 26 जुलाई को दिल्ली पहुंचीं थीं. इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi), राहुल गांधी (Rahul Gandhi), एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar), दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और अन्य दलों के नेताओं से उनकी मुलाकात हुई. हालांकि, खुद को विपक्ष के नेता के तौर पर पेश करने के मुद्दे पर वह खुलकर कुछ नहीं कहतीं. उनका कहना है कि नेतृत्व कौन करेगा, यह बाद में तय होगा.
पीएम मोदी और गडकरी से मिलीं ममता
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से भी मुलाकात की. गडकरी के साथ उन्होंने सड़क परियोजनाओं और इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास पर चर्चा की. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य की सीमा बांग्लादेश, नेपाल, भूटान और पूर्वोत्तर राज्यों से लगती है. इसलिए वहां अच्छी सड़कों की आवश्यकता है. ताजपुर में गहरे समुद्र के बंदरगाह समेत लंबित सड़क तथा परिवहन परियोजनाओं को जल्द से जल्द पूरा करने की भी मांग ममता ने नितिन गडकरी से की.