न्यूज़ डेस्क: विश्व स्तर पर होने वाले ओलंपिक गेम्स को दुनिया का सबसे बड़ा खेल आयोजन कहा माना जाता है। दुनियाभर के कई खिलाड़ी इस खेल में भाग लेने पहुंचते हैं। इन खेलों में हर तरह की खेल प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया जाता है। इस आयोजन के लिए कई सालों तक खिलाड़ी प्रैक्टिस करते हैं। जिसके बाद एक बार क्वालीफाई होने पर इन खेलों का हिस्सा बन सकते हैं। हालांकि कई बार इन खेलों को लेकर कई अफवाहे भी सामना आई हैं। ओलंपिक गेम्स को लेकर एक जर्मन एथलीट ने खुलासा करते हुए कहा था कि वो कई रात आवाजों की वजह से सो नहीं पाती थी। वहीं अब टोक्यो ऑलंपिक काफी चर्चा में आ गया है।
ऑलंपिक पर सवाल
पहले तो कोरोना महामारी की वजह से टोक्यो ओलंपिक का आयोजन पर कई सवाल खड़े किए गए थे। वहीं अब आयोजन समिति ने खेल में खिलाड़ियों के बीच 1 लाख 60 हजार कंडोम बांटने का लक्ष्य रख दिया है। इस खबर के सामने आते ही हंगामा मच गया है। खिलाड़ियों का कहना है कि जब कोरोना काल चल रहा है, सबको सोशल डिस्टेंसिंग पर फोकस करने की बात कही जा रही है तो कंडोम का वितरण क्यों किया जा रहा है? हालांकि इस मामले में आयोजकों ने सफाई भी दी है, लेकिन विरोध अभी भी जारी है। हालांकि, अब खिलाड़ियों को मिलने वाले बेड की तस्वीरें भी सामने आई है, कहा जा रहा है कि यह एंटी सेक्स बेड है।
क्या होते हैं एंटी सेक्स बेड?
2021 में एथलीट को ओलंपिक विलेज में जिस बेड पर सुलाया जाएगा, वो एंटी-सेक्स बताए जा रहा है। एंटी सेक्स बेड यानी उसपर खिलाड़ी चाहकर भी रोमांस नहीं कर पाएंगे। दरअसल इस साल आयोजक कोरोना को फैलने से रोकने के लिए तरकीब निकाली है। जिसमें इन बैड्स को भी शामिल किया गया है।
पहले तो इस बार दर्शकों को कम संख्या में एंट्री दी जाएगी, दूसरी इस बार खिलाड़ियों के रहने वाले स्पेस को भी लोगों से दूर रखा जाएगा। यानी बाहर से कोई अंदर एंट्री नहीं ले पाएगा।
खिलाड़ियों ने जताया गुस्सा
अपने बेड की तस्वीरें सामने आने के बाद खिलाड़ियों में रोष देखा जा रहा है। खिलाड़ियों का कहना है कि ये बेड उनका खुद का भार भी सह नहीं पाएगा। साथ ही बेड का साइज भी काफी छोटा है। उन्हें अगर रात को नींद नहीं आएगी तो वो अच्छे से परफॉर्म किस तरह कर पाएंगे। तो वहीं कुछ खिलाड़ियों का कहना है कि अगर इस तरह के बिस्तर पर सुलाना है तो कंडोम क्यों बांट रहे हो? बता दें कि जिस भी देश में ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाता है, वहां कंडोम का वितरण किया जाता है। कहा जाता है कि उस देश में HIV का खतरा न हो उसके लिए ऐसा करना जरूरी है।