न्यूज़ डेस्क: असम और मिजोरम की सीमा पर पिछले दिनों जो खूनी संघर्ष हुआ। वह देश में आजादी के बाद शायद पहली बार हुआ था। जिसमें दो राज्यों की पुलिस एक दूसरे के आमने-सामने थी और एक तरफ से ताबड़तोड़ गोलियां चली। जिसमें असम पुलिस के 6 जवान शहीद हो गए और भारी संख्या में जवान घायल हैं। इसको लेकर सियासत भी खूब हो रही है। लेकिन इस सब के बीच दोनों राज्यों की सीमा पर सीआरपीएफ की कंपनियां तैनात कर दी गई है। वहां के हालात अभी शांतिपूर्ण हैं।
लेकिन आपको बता दें कि इस हालात को लेकर दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों और वहां के प्रमुख सचिव के साथ लगातार केंद्र सरकार के अधिकारी संपर्क में हैं। वहीं गृहमंत्री अमित शाह हालात पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। लेकिन इस सब के बीच असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने एक वीडियो शेयर करते हुए यह दावा किया कि असम के पुलिसवालों को मारकर मिजोरम की पुलिस और गुंडे जश्न मना रहे हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने ट्विटर पर सोमवार रात को एक वीडियो शेयर किया। जिसमें उन्होंने लिखा-‘असम के पुलिसवालों को मारकर मिजोरम की पुलिस, गुंडे जश्न मना रहे हैं।’ इस वीडियो में मिजोरम पुलिस के जवान एक-दूसरे को बधाई देते दिख रहे हैं और आराम करते हुए नजर आ रहे हैं।
Look at this video to know how personnel of Mizoram Police acted and escalated the issue.
Sad and horrific! pic.twitter.com/vnS1RlcsOt
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) July 27, 2021
अब हिमंता बिस्वा शर्मा ने किया दावा, ड्रग्स और मवेशी माफिया पर एक्शन का आया ये रिएक्शन
अब इस पूरे मामले पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा की तरफ से साफ और स्पष्ट कह दिया गया है कि असम-मिजोरम सीमा पर जो विवाद हुआ और जिसने देखते-देखते खूनी संघर्ष का रूप ले लिया उसके पीछे की सबसे बड़ी वजह ड्रग्स माफिया और अवैध पशुओं का कारोबार करने वाले के साथ गौवंश की हत्या करनेवाले के खिलाफ उनकी सरकार की तरफ से की जा रही कार्रवाई है।
सरमा ने दावा किया कि उनकी सरकार के नशीले पदार्थों की तस्करी पर कार्रवाई और मवेशियों के वध, उपभोग और परिवहन को नियंत्रित करने वाले नए कानून के कारण ही सीमा पर यह हिंसा हुई। हिमंता ने साफ कहा कि भारत में म्यांमार के रास्ते मिजोरम असम की सीमा से होते हुए पंजाब तक और फिर देश के अन्य हिस्से तक ये जहर पहुंचता है। शर्मा ने मिजोरम के सीएम जोरमथंगा से इस बात की जांच करने का आग्रह किया कि पुलिस पर हमला करने के लिए वहां सीमा के पास बसे नागरिकों के पास बुलेटप्रूफ वेस्ट और स्नाइपर राइफल कैसे पहुंची।
हिमंता ने इस बात भी दावा किया कि उनके पास एक वीडियो सबूत है। जिसकी जांच होनी चाहिए जिससे साफ पता चलता है कि कुछ अराजक तत्व इस मैदान में आ गए हैं। जो दोनों राज्यों की सीमा पर सक्रिय हैं और जिनके लिए सबसे तगड़ा झटका उनकी सरकार की तरफ से मिला है। उनकी सरकार जिस तरह से गौ तस्करी और ड्रग्स के खिलाफ कार्रवाई कर रही है उससे वह बौखला गए हैं और इसी का नतीजा है कि असम सरकार के कुछ फैसलों ने मिजोरम में गैर-राज्य तत्वों नाराज हो गए हैं।
हिमंता ने अपने हाथों से कभी जलाया तो कभी खुद ही ड्रग्स की खेप पर चला दिया बुलडोजर
असम सरकार ड्रग्स तस्करी को लेकर काफी सख्त है। ड्रग्स एवं मादक पदार्थ के तस्करों और अवैध डीलरों से निपटने के लिए सरकार ने पुलिस को भी आजादी दी हुई है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा इस माफिया वर्ग के खिलाफ इतने सख्त नजर आ रहे हैं कि कभी तो वह जब्त की हुई ड्रग्स को जलाते हुए नजर आ जाते हैं तो कभी खुद बुलडोजर पर सवार होकर ड्रग्स को बर्बाद करते। हिमंता ने पिछले हफ्ते ही 170 करोड़ रुपए के जब्त ड्रग्स पर बुलडोजर चला दिया था।