न्यूज़ डेस्क: सरकारी बैंकों की हजारों करोड़ रुपए की रकम बटोकर विदेश फरार होने वाले विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी को एक और तगड़ा झटका लगा है। यह झटका इन्हें लोन देने वाले बैंकों के समूह ने दिया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक स्टेट बैंक की अगुवाई में बैंकों के समूह ने शुक्रवार को माल्या, नीरव और चोकसी के जब्त शेयरों की बिक्री कर और 792.11 करोड़ रुपए वसूल लिए हैं।
इससे पहले बैंकों के समूह ने पिछले महीने विजय माल्या की कंपनी यूनाइटेड बेवरेजेस लिमिटेड के जब्त शेयरों को बेचकर 5824.50 करोड़ रुपए वसूल लिए थे। प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक अब तक वह माल्या, नीरव मोदी और चोकसी की 13109.17 करोड़ की जब्त संपत्ति और शेयर बैंकों के हवाले कर चुका है। इन संपत्तियों और शेयरों की बिक्री से अब तक तीनों भगोड़ों के लिए लोन में से 40 फीसदी से ज्यादा की वसूली बैंक कर चुके हैं। माल्या पर बैंकों की नौ हजार करोड़ की रकम बकाया थी।
विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर बैंकों को कुल 22585.83 करोड़ रुपए की चपत लगाने का आरोप है। माल्या और नीरव दोनों लंदन में हैं। इनके प्रत्यर्पण के आदेश हो चुके हैं। इन आदेशों को दोनों आरोपियों ने वहां की बड़ी अदालत में चुनौती दे रखी है। जबकि, नीरव का मामा मेहुल चोकसी पिछले दिनों डोमिनिका में अवैध रूप से घुसने के बाद पकड़ा गया था।
फिलहाल वहां की अदालत ने उसे वहां एंटीगुआ वापस भेज दिया है। एंटीगुआ सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह चोकसी की नागरिकता की अर्जी को खारिज कर चुकी है, लेकिन डोमिनिका में मुकदमा चलने की वजह से चोकसी को अभी एंटीगुआ सरकार भारत को प्रत्यर्पित नहीं कर सकती।