न्यूज़ डेस्क: पंजाब में जारी कांग्रेस (Congress) पार्टी के भीतर का कलह अभी खत्म नहीं हुआ है. पंजाब कांग्रेस के नए अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Sidhu) अपनी ताजपोशी के बाद से ही जश्न के माहौल में हैं. बुधवार को नवजोत सिंह सिद्धू अमृतसर पहुंचे, वहां उन्होंने स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में माथा टेका. उनके जश्न के माहौल के बीच भले ही पार्टी का कलह नहीं दिख रहा हो लेकिन अभी भी पार्टी के बीच सब कुछ सही नहीं है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नवजोत सिंह सिद्धू किसी भी हाल में कैप्टन अमरिंदर सिंह से सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं. वहीं, सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह चाहते हैं कि सिद्धू उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें.
सिद्धू खेमे के एक सदस्य ने बुधवार को कहा कि “पंजाब कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) के खिलाफ अपनी टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगेंगे.” मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि अमरिंदर सिंह के खिलाफ अपनी टिप्पणियों और ट्वीट के लिए नवजोत सिंह सिद्धू माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हैं.
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू कई मुद्दों पर अमरिंदर सिंह पर हमलावार रहे हैं. सिद्धू ने पूर्व में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और उसके बाद पुलिस फायरिंग की घटनाओं में कथित देरी से न्याय करने के लिए कैप्टन पर हमला किया था. सिद्धू द्वारा उनके खिलाफ किए गए ट्वीट से कैप्टन नाराज हैं. इसलिए अब कैप्टन अमरिंदर सिंह चाहते हैं कि सिद्धू उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी मांगें.
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अभी तक नवजोत सिंह सिद्धू को बधाई नहीं दी है. कैप्टन की ओर से साफ कर दिया गया है कि जब तक नवजोत सिंह सिद्धू उनसे सार्वजनिक माफी नहीं मांगेंगे, वो मुलाकात नहीं करेंगे.
यही कारण है कि पंजाब में भले ही कांग्रेस ने नवजोत सिंह सिद्धू के हाथ में कमान दे दी हो, लेकिन पार्टी का आंतरिक कलह अभी तक समाप्त नहीं हुआ है. नवजोत सिंह सिद्धू और कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अभी तक एक दूसरे के सामने खड़े हैं. ऐसे में आने वाले समय में पार्टी की चिंता बढ़ सकती है.