HAJI HALIM KHAN EID CELEBRATION
मुंबई: मक्का से मोहम्मद पैगंबर के प्रवास के बाद पवित्र शहर मदीना में ईद-उल-फितर का उत्सव शुरू हुआ माना जाता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र की लड़ाई में जीत हासिल की थी। इस जीत की खुशी में सबका मुंह मीठा करवाया गया था, इसी दिन को मीठी ईद या ईद-उल-फितर के रुप में मनाया जाता है। लेकिन इन दिनों लोग कोरोना महामारी से परेशान और कोरोना को देखते हुए मुंबई में लॉकडाउन है इस बीच सब के काम भी बंद तो पैसे कंहा से आएंगे लोगों की चिंता ईद की मिठास कैसे बनी रहेगी ऐसे में शिवसेना नगरसेवक हाजी हलीम खान ने वार्ड की जनता की मिठास बनाए रखने के लिए सामने आए और ईद से पूर्व रात में दो हज़ार ज़रूरतमंद लोगों में ईद में बनाई जाने वाली सामाग्री जैसे दूध, सेवईं , चीनी और सामाग्री का पैकेट लोगों में वितरण किया और देश वासियों को ईद की शुभकामनाएं दी |
हाजी हलीम खान मीडिया से बातचीत में कहना था सबसे पहले ये कहना है बहराम पाडा नवपाड़ा के लोगो को जो रमजान महीने के रोजे में अच्छे से रोजा रखके और कोई चीज़ की गलत चीजे नहीं हुई लॉकडाउन का पूरा पालन किया गया सबसे बड़ी बात है ये जो मेरी ऐरिया है सब से भीड़भाड़ वाला एरिया है उसके बाद भी लोगो ने इतने अच्छे से रमजान मनाये लॉकडाउन के गाइड लाइन का पूरा पालन करते हुए कोविड देखा जाये तो मेरे क्षेत्र बांद्रा ईस्ट में है नहीं आज ही नहीं हर साल मै दो हज़ार परिवार में वितरण का कार्यक्रम किया जाता है
ये मेरा पांचवा साल है इस तरह से कार्य करते हुए जिस दिन से मै शिवसेना का नगरसेवक बना हूँ ये जिम्मेदारी थी की हर साल जो जरूरतमंद लोग है ईद में शीर खुरमा का इंतज़ाम नहीं होता है उनके घर में इस का इंतज़ाम करते है और ये मेरा काम है मै राजनीति में आने से पहले सोच कर आया था की मुझको लोगो की सेवा करना है सबसे बड़ी बात ये है शिवसेना की 80 % काम करना 20 % राजकारण करना इस लिए मै 80 % काम करने में भरोसा रखता हूँ उद्धव साहेब, आदित्य साहेब ,अनिल परब साहेब का ये आदेश है और मेरी लोगो से अपील है कोरोना को मात देने के लिए अपना ख्याल रखे परिवार का ख्याल रखे क्यों की हम जिन्दा रहेंगे तो आगे देश चलेगा
और हम चलेंगे मास्क लगाए घर से बहुत जरुरी काम होने पर ही घर से बाहर निकले ईद है लेकिन मेरी आँखे आज नम है जिसको भगवान ने दिया है वो ईद मना रहे है लेकिन आज जो हालत है जिनके पास नहीं है उनके साथ मै हूँ लेकिन हर जरूरतमंद तक नहीं पहुंच पाया हूँ इस बात का गम है मुझे आज दो हज़ार लोगो के चेहरे पर जो ख़ुशी मैं देख पा रहा हूँ उसकी मुझको ख़ुशी है और ये ही मेरी ईद है।
HAJI HALIM KHAN EID CELEBRATION