न्यूज़ डेस्क- सावधान कोरोना वायरस (Corona Virus) का डर कायम है! अगर अब-भी आप और हम कोरोना को लेकर गंभीरता नहीं बरती तो शायद फिर से बीते साल की तरह सबकुछ 360 डिग्री घूम जाएं तो आश्चर्य नहीं होगा। लेकिन कोरोना को हराने के लियो दोहरा मापदंड अपनाने की सरकार की गलत नीतियों का ही नतीजा है कि एकदम कमजोर हो चुकी कोरोना फिर से मजबूत हो गई है। सवाल उठता है कि एक तरफ चुनाव पर चुनाव और फिर हजारों की भीड़ से लेकर लाखों की भीड़ के एकत्रित होने को क्या वायरस के फैलने की वजह क्यों न माना जाए? सवाल उठता है कि मोदी सरकार का कोरोना काल में चुनाव कराने का निर्णय उल्टा साबित हो गया?
वायरस को लेकर जागरुकता जरुरी
इसमें कोई दो राय नहीं है कि कोरोना वायरस एक बार फिर से खौफ पैदा कर रही है। हालांकि यह सच है कि अभी-भी जनमानस में इस जानलेवा वायरस को लेकर डर न के बराबर है। लेकिन कागज और सरकारी तंत्र में कोरोना को हराने को लेकर ताबड़तोड़ फैसले लिये जा रहे है। जिसमें वैक्सीन पर एक तरफ राजनीति तेज हो गई है। तो वहीं गंभीरता दिखाने के लिये केंद्र सरकार वायरस को लेकर अलर्ट कर रही है। राज्य सरकारें अपने स्तर पर लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू को फिर से लागू करके गंभीरता दिखा रही है। बीते 24 घंटे में ही 1 लाख 26 हजार से ज्यादा नए केस चौंकाने वाले है। इतने ही समय में 685 लोगों की जान भी चली गई है।
महाराष्ट्र समेत दस राज्यों में सबसे ज्यादा केस
इसके वाबजूद राहत की बात है कि देश के 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से एक भी नए केस नहीं आए है। जिसमें असम, लद्दाख, दादरा और नगर हवेली और दमन और दीव, नागालैंड, त्रिपुरा, मेघालय, सिक्किम, मणिपुर, लक्षद्वीप, मिजोरम, अंडमान व नोकोबार द्वीप समूह और अरुणाचल प्रदेश शामिल है। लेकिन ठीक इसके उलट आंकड़े पर नजर दौड़ाए तो हैरत की बात है कि कोरोना के 88 फीसदी मामले 10 राज्यों तक ही सिमटा हुआ है। यानी इन राज्यों में कोरोना वायरस फिर से सक्रिय हो गया है। जिसमें महाराष्ट्र, पंजाब, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, केरल और मध्य प्रदेश राज्य है।
नाइट कर्फ्यू का सिलसिला फिर से हुआ शुरु
बता दें कि बीते 24 घंटे में कोरोना से हुए 685 मौत को देखें तो उसमें भी 88 फीसदी मामले 10 राज्यों से ही है। उसमें भी महाराष्ट्र में ही 322 मौत हुई है। महाराष्ट्र के अलावा अन्य राज्य- पंजाब, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, गुजरात, दिल्ली, तमिलनाडु, केरल और मध्य प्रदेश जहां कोरोना से सबसे ज्यादा मौत हुई है। उत्तर प्रदेश में 8490 नए केस मिले है। जिसके बाद आनन- फानन में नोएडा-गाजियाबाद में भी नाइट कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। राजस्थान में भी कोरोना विस्फोट चिंता पैदा करती है। वहां एक दिन में ही 20 लोगों की जान गई है। दिल्ली में सात दिनों में ही कोरोना के केस डबल हो रहे है। इस तरह अब देश भर में कुल 9 लाख एक्टिव केस हो गए है।
बीते साल की याद फिर हुई ताजा
अब देखना होगा कि क्या कोरोना के चक्र को तोड़ने के लिये केंद्र सरकार और राज्य सरकार लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू को फिर से बीते साल की तरह ही प्रयोग करेगी? लेकिन इतना तो साफ है कि फिर से देश भर में लॉकडाउन को लागू करने का फैसला पीएम नरेंद्र मोदी के लिये आसान नहीं होगा। जैसा कि इंगित हो रहा है कि अब राज्य सरकार ही अपने स्तर पर स्थानीय मामले को ध्यान में रखते हुए लॉकडाउन,नाइट कर्फ्यू को सीमित समय के लिये लागू करेगी। जिसके संकेत मिलने भी लगे है। ताकि देश की अर्थव्यवस्था को कोई गहरा धक्का नहीं लगें।