न्यूज़ डेस्क: सुरक्षा प्रोटोकॉल को तोड़ कभी किसी बच्चे से बातें करने तो कभी किसी युवक से हाथ मिलाने के लिए फेमस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने असम में चुनावी रैली के दौरान आज एक और मिसाल पेश कर दी। कड़ी धूप में चल रही प्रधानमंत्री की रैली में आया एक कार्यकर्ता पानी की कमी से बेहोश हो गया। पीएम ने तुरत भाषण रोक अपने साथ आए डॉक्टरों की टीम को उस कार्यकर्ता को देखने का निर्देश दिया। असम में चल रहे विधानसभा चुनाव का दो चरण खत्म हो चुका है। तीसरे और अंतिम चरण के लिए चुनाव प्रचार चल रहा है। इसी क्रम में आज प्रधानमंत्री की तामुलपुर में जन सभा को संबोधित कर रहे थे। तभी पानी की कमी से एक कार्यकर्ता बेहोश हो गया। सभा में हो रही गतिविधियों पर प्रधानमंत्री की नजर पड़ी और तुरंत ही उन्होंने अपने साथ गई मेडिकल टीम को उसकी देखभाल के लिए भेज दिया।
प्रधानमंत्री ने मंच से कहा, ‘ये जो पीएमओ की मेडिकल टीम है, वो जरा जाए वहां, एक कार्यकर्ता को पानी के अभाव में कुछ तकलीफ हुई है, तुरंत उनकी मदद कीजिए। मेरे साथ जो डॉक्टर आए हैं, वो जरा हमारे साथी की मदद करें। यहां का कोई अपना बंधु को पानी के अभाव में तकलीफ हुई है।’
उग्रवादियों से मुख्यधारा में शामिल होने की अपील
प्रधानमंत्री ने असम में अब तक समर्पण नहीं करने वाले उग्रवादियों से मुख्यधारा में लौटने की अपील करते हुए शनिवार को कहा कि उन्हें ‘आत्मनिर्भर असम’ बनाने की जरूरत है। बकसा जिले के तमुलपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि असम के लोग हिंसा के खिलाफ हैं और वे विकास, शांति, एकता तथा स्थिरता के साथ हैं। मोदी ने कहा कि राजग सरकार बिना किसी भेदभाव के समाज के सभी वर्गों के लिए योजना बनाती है।
राज्य में लंबे समय तक रहे हिंसा के माहौल के लिए कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने आरोप लगाया, ‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि समाज के टुकड़े करके और भेदभाव करके समाज के एक वर्ग के लिए कुछ दिया जाए तो उसे धर्मनिरपेक्षता कहा जाता है और जो सभी के लिए काम करते हैं, उन्हें सांप्रदायिक कहा जाता है।’
उन्होंने कहा, ‘राजग सरकार ने ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ के मंत्र के साथ समाज के हर वर्ग को पूरी तरह सशक्त बनाने का प्रयास किया है। धर्मनिरपेक्षता और सांप्रदायिकता के इस खेल ने देश को बहुत नुकसान पहुंचाया है।’ मोदी ने कहा कि केंद्र और असम में पिछले पांच साल में ‘दोहरे इंजन’ वाली राजग सरकारों के होने से राज्य के लिए दोहरे फायदे वाले परिणाम आये हैं।
मोदी ने एआईयूडीएफ संस्थापक और सांसद बदरुद्दीन अजमल के बेटे अब्दुर रहीम द्वारा कांग्रेस की एक रैली में दिये गये बयान की ओर इशारा करते हुए भी निशाना साधा। रहीम ने शुक्रवार को एक रैली में कहा था कि ‘दाढ़ी, टोपी और लुंगी वाले’ असम में अगली सरकार बनाएंगे। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इससे बड़ा असम के लिए कोई अपमान नहीं हो सकता। असम की जनता उन लोगों को बर्दाश्त नहीं करेगी जो असम के गौरव और पहचान का अपमान करते हैं और जनता उन्हें मतदान के जरिये मुंहतोड़ जवाब देगी।’
उन्होंने कहा कि असम के लोगों ने दोबारा राजग की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है। उन्होंने कहा कि सरकार असम समझौते को पूरी तरह से लागू करने के लिए गंभीरता पूर्वक काम कर रही है, ज्यादातर समस्याओं को हल कर लिया गया है और बाकी का हल भी जल्द निकाला जाएगा।